ज्ञात हो कि इसको लेकर सर्वे का काम बनमनखी से बरहड़ा तक के बीच पूरा कर लिया गया है। वर्तमान समय में बड़हरा से बिहारीगंज तक सर्वे का काम आरंभ किया गया है। 28 किलोमीटर दूरी के उक्त रेल खंड पर प्रति किलोमीटर मापकर मापिंग मशीन के माध्यम से स्थल को चिन्हित किया जा रहा है। ताकि जिसके माध्यम से सर्वे टीम या पता लगा रही है कि आखिर किस किस जगह है विद्युत संचालित पॉल को स्थापित किया जा सके।
विद्युत संचालित ट्रेन परिचालन के पश्चात ही अब लोगों में यह उम्मीद जगी है,अब बिहारीगंज से लंबी दूरी की ट्रेन का परिचालन संभव हो पाएगा।
गौरतलब हो कि उक्त रेल खंड कई दशकों तक उपेक्षित रहा। पूर्व में भी सहरसा से पूर्णिया बड़ी रेल लाइन ट्रेन का संचालन कर दिया गया। लेकिन बिहारीगंज के लोगों को दशकों इंतजार के बाद बड़ी रेल लाइन का सपना साकार हो पाया। सर्वे कर रहे टीम के समीर रंजन ने बताया कि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जनवरी 2023 में ही विद्युत संचालित ट्रेन का परिचालन आरंभ हो सकता है। इस मौके पर एसएसई मुख्तार अंसारी के अलावे अन्य कर्मी मौजूद रहे।
(रिपोर्ट: रानी देवी/ मधेपुरा टाइम्स)
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