वार्ता में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि UMIS की लापरवाही और मनमानी से हजारों छात्र हमेशा पीड़ित होते हैं. UMIS के त्रुटिपूर्ण कार्यों के कारण हजारों छात्र आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानी का सामना करते हैं. उन्होंने कहा कि BNMU में UMIS के शुरुआत के समय से ही यह आरोपों से घिरा रहा है लेकिन विवि प्रशासन छात्र-छात्राओं की पीड़ाओं के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि वर्तमान कुलपति के कार्यभार संभालने के बाद छात्र संगठनों के साथ बैठक में बीएनएमयू कुलपति आर.के.पी. रमन ने आश्वासन दिया था कि UMIS के विकल्प में बीएनएमयू अपनी सर्वर का विस्तार कर ऑनलाइन व्यवस्था खुद चलाएगी लेकिन अपने कार्यकाल के लगभग ढाई वर्ष पूरे करने के बावजूद भी इस ओर अभी तक कोई पहल नहीं किया गया.
आगे वार्ता में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि मूल प्रमाण पत्र विभाग की कार्य शिथिलता गति देने की आवश्यकता है. आश्चर्य की बात है कि इस ऑनलाइन व्यवस्था में भी छात्रों को आवेदन करने के बाद भी मूल प्रमाण पत्र के लिय महीनों इंतजार करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि उदाकिशुंनगंज अनुमंडल के एकलौते सरकारी महाविद्यालय की दुर्दशा दुःखद है. तीन हजार छात्र पर केवल 11 शिक्षक होना शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि एच.एस. महाविद्यालय जर्जर खंडहर में तब्दील हो चुकी है लेकिन विवि के तरफ से सुधार के लिय पहल नहीं किया जाना दुःखद है. लगभग सभी महाविद्यालय में कर्मचारियों की भारी कमी है. कर्मचारियों के अभाव के कारण छात्रों का कार्य समय पर नहीं हो पाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि pat 2021 की तिथि बिना विलंब किए हुए जल्द घोषित किया जाय.
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से एनएसयूआई छत्रनेता जितेंद्र कुमार, नवीन कुमार, कृष्णा मोहन कुमार, प्रवीण कुमार, सोनू कुमार, बिमलेश कुमार, प्रभाष कुमार, बाबुल कुमार, राजेश कुमार, श्याम कुमार, दीपक कुमार आदि मौजूद थे.
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