बताया गया कि थाना क्षेत्र के यदुवापट्टी वार्ड 5 के निवासी 55 वर्षीय किसान बिहारी पंडित गांव स्थित गेरुआ नदी (बरसाती) नदी के किनारे जूट का रैसा निकालने के लिए गए थे. किसान बिहारी पंडित नदी में जूट को सड़ाने के लिए गाड़े गए पाट (जूट) पौधा के बोझ को नदी से बाहर निकाल रहे थे. नदी से जूट का बोझ बाहर निकालने के दौरान पैर फिसलने के कारण गहरे पानी में चला गया. जिसके कारण किसान की मौत हो गई.
सोमवार को ही दिन के तकरीबन 5 बजे बहियार से घर लौटने के दौरान गांव के लोगों ने नदी में मृतक किसान का शव देखा. ग्रामीण के हल्ला करने पर बहियार में काम कर रहे आसपास के किसान और मजदूर घटनास्थल पर पहुंचकर शव को नदी से बाहर निकाला. मुखिया प्रतिनिधि तेजनारायण यादव ने घटना की सूचना थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा और सीओ शशि कुमार को देते हुए उन्होंने सीओ से मांग की कि आपदा-प्रबंधन के तहत 4 लाख रुपये मिलने वाली मुआवजा राशि पीड़ित परिजन को देने की कार्रवाई किया जाय.
थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिली है. पुलिस पदाधिकारी को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है. सीओ शशि कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही मुआवजा राशि का चेक पीड़ित परिजन को देने की प्रक्रिया की जाएगी.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)
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