परीक्षा नियंत्रक से वार्ता में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीते दिनों स्नातक प्रथम खंड के प्रायोगिक परीक्षा में बड़े पैमाने पर छात्र-छात्राएं छूट गए है. अगर वि.वि. प्रशासन पुनः प्रायोगिक परीक्षा का एक और मौका नहीं देती है तो बहुत से छात्रों का एक वर्ष बाधित हो जायेगा. इसलिए एनएसयूआई अविलंब प्रायोगिक परीक्षा की तिथि जारी करने की मांग करता है. उन्होंने कहा कि बीएड सत्र 2020-22 का फाइनल इयर का परीक्षा संपन्न हो गया है लेकिन प्रैक्टिकल और वाइवा की तिथि जारी नहीं की गई है.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि शिक्षक बहाली का सातवां चरण जल्द आने वाला है और इस सत्र के कई छात्र सीटीईटी की परीक्षा में उत्तीर्ण हैं. अगर बीएड सत्र 2020-22 के फाइनल इयर का परीक्षा परिणाम समय पर जारी कर दिया जायेगा तो बहुत से छात्र इस बहाली में शामिल हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी लंबित परीक्षाएं आयोजित की जाय.
वहीं बीएनएमयू परीक्षा नियंत्रक प्रो. आर. पी. राजेश ने एनएसयूआई की सभी मांगों को जायज बताया और उन्होंने स्नातक प्रथम खंड के प्रायोगिक परीक्षा की संभावित तिथि 21 और 22 जुलाई तथा बीएड फाइनल इयर का प्रायोगिक परीक्षा और वाइवा अविलंब लेने का आश्वासन दिया.
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से एनएसयूआई छत्रनेता अमरेश कुमार, प्रेम कुमार, आशुतोष कुमार, सुदर्शन कुमार, नीलू कुमार आदि मौजूद थे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 16, 2022
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