निरीक्षण उपरांत जानकारी देते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी मधेपुरा ने बताया कि विद्यालय में 51 बच्चे नामांकित हैं इसमें मात्र 28 उपस्थित हैं. वहीं उन्होंने बताया कि वार्डन द्वारा छात्राओं की उपस्थिति पंजी मौके पर नहीं दिखाई गई. सिर्फ नामांकन रजिस्टर आगे में दिया गया जिससे यह पता नहीं चल पाया कि आज इन्होंने कितने बच्चों की उपस्थिति बनाई थी.
रात के 8:00 बजे नहीं बन रहा था खाना
निरीक्षण करने पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में रात के 8:00 बजे भी खाना बनना नहीं शुरू हुआ था और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था बिल्कुल ही नहीं पाई गई. बच्चों के वाशबेसिन के नीचे कहीं कोई पाइप ही नहीं लगे थे. मात्र एक नल चालू था जिसे मोटर से चलाया जा रहा था. पानी की समुचित व्यवस्था शौचालय में नहीं थी. बच्चे चापाकल और मोटर के सहारे स्नान करने की दी. उन्होंने बताया कि यहां काफी अव्यवस्था फैली है इसकी जानकारी हम जिला पदाधिकारी महोदय को देंगे. एक केन्ट मिनरल वाटर के लिए रखा गया है जो कि चालू अवस्था में नहीं पाया गया.
शौचालय के दरवाजे टूटे, शौचालय में पानी के नल और रोशनी की व्यवस्था नहीं
वहीं साफ-सफाई की इतनी कमी और अव्यवस्था थी और शौचालय में कहीं भी नल से पानी की सुविधा नहीं थी. छात्राओं को बाल्टी के सहारे पानी शौचालय तक ले जाना होता है और शौचालय के लोहे के दरवाजे नीचे से टूटे हुए हैं. शौचालय में साफ-सफाई बिल्कुल ही नदारद थी. स्नानघर और यूरिनल की व्यवस्था बिल्कुल ही नहीं पाई गई. वहीं किसी भी बाथरूम में रोशनी की व्यवस्था नहीं पाई गई. विद्यालय निरीक्षण के दौरान सदर बीडीओ ने बताया कि नल जल योजना से जो दो नल विद्यालय के अंदर लगाए गए हैं वह भी चालू हालत में नहीं है और वार्डन द्वारा बताया गया कि इसमें कभी भी पानी नहीं आता.
खाना मेनू के अनुसार नहीं दिए जाने की बात आई सामने
बच्चों से पूछने पर बच्चों ने सुबह के नाश्ते में भी रोटी सब्जी दोपहर के, भोजन में भी चावल दाल चोखा, तथा रात के खाने में रोटी सब्जी दिए जाने की बात बताई जबकि कई बच्चों ने मीनू के अनुसार खाना नहीं दिए जाने की बात बताई. मौके पर मौजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बुधवार की शाम खाने के मेनू के बारे में पूछा तो उस समय रोटी और सब्जी बनाया जा रहा है. जबकि मेनू में 75 ग्राम चिकन और रोटी देने की बात मेनू के अनुसार थी. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने खासी नाराजगी व्यक्त करते हुए वार्डन के खिलाफ रिपोर्ट करने की बात बताई.
निरीक्षण के दौरान छात्राओं के बिछावन पर ओढने वाले चादर बिछे हुए थे जिसे देखकर बीडीओ साहिबा ने वार्डन के खिलाफ उच्च पदाधिकारियों को लिखे जाने की बात बताई वहीं ओढने वाले चादर भी फटे हुए थे. वहीं चादर पर भी सफाई का अभाव था. छात्राओं के ड्रेस के बारे में सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि छात्राएं विभिन्न तरह के ड्रेस पहने दिखाई दी.
पठन-पाठन एवं व्यवस्था के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 1 वार्डन और 2 अंशकालीन शिक्षिका यहां प्रतिनियुक्त है जबकि मौके पर एक सीमा कुमारी शिक्षिका गायब पाई गई. विद्यालय में मात्र वार्डन गीता कुमारी एवं सरोज कुमारी उपस्थित थी. जबकि खानसामा में मात्र एक मौके पर उपस्थित थी, जबकि दो निरीक्षण के दौरान गायब पाई गई.
वहीं पठन-पाठन के विषय में उन्होंने बताया कि पठन-पाठन बिल्कुल ही संतोषजनक नहीं है. छठी क्लास की छात्रा को कुछ भी नहीं आता है. निरीक्षण के उपरांत सफाई, पठन-पाठन, छात्राओं को समय पर खाना और नाश्ता मीनू के अनुसार नहीं दिए जाने की बात बताई एवं उन्होंने कहा कि कुछ भी संतोषप्रद नहीं दिखा सभी जगह अव्यवस्था फैली हुई है.
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