सावन की पहली सोमवारी: बाबा भोलेनाथ को करीब 1 लाख श्रृद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

सावन की पहली सोमवारी को भगवान भोलेनाथ को करीब 1 लाख श्रृद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। इस बार रिमझिम सावन की जगह आग उगलते सावन के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था अटूट रही और रविवार की रात में ही पूरा मंदिर परिसर श्रद्धालओं से भर गया। सुबह 2 बजे एसडीओ सह सचिव सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति नीरज कुमार के द्वारा मंदिर का पट खोलने के निर्देश के बाद सरकारी पूजा खत्म होते ही मंदिर में अरघा लगा कर अरघा से श्रृद्धालुओं ने पूजन शुरू कर दिया। बाबा भोलेनाथ के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। देखते ही देखते जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ एक किलोमीटर लंबी हो गई जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी। साथ ही डाक बम और कांवरियों से भी मंदिर परिसर भर सा गया। श्रद्धालु दो साल से वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बाबा के दर्शन और पूजन नहीं कर पाने की सारी इच्छा निकाल लेना चाह रहे थे। भीड़ को संभालने के लिए जगह जगह पुलिस बल तैनात थे। 

डाक बम का जत्था पहुँचा सिंहेश्वर

बाबा सिंहेश्वर नाथ को पहली सोमवार को गंगाजल चढ़ाने के लिए सिंहेश्वर से गये 500 युवकों का एक जत्था महादेवपुर से 4 बजे गंगाजल लेकर बाबा सिंहेश्वर नाथ धाम पहुंचने लगे। डाक बम को सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति की ओर से सीधे अरघा तक जाने की विषेश व्यवस्था कर दी गई थी ।

सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति ने इस बार भीषण गर्मी को देखते हुए बाबा मंदिर के लिए लगने वाले कतार के उपर शेड तो लगाया ही उसमें पंखा लगा कर श्रृद्धालुओं को काफी राहत पहुंचाई । वहीँ श्रृद्धालुओं को आराम करने के लिए नियंत्रण कक्ष के पास लगे पंडाल में भी पंखा ने श्रद्धालुओं को राहत पहुंचाने का काम किया। 

श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन ने की श्रद्धालुओं की भरपूर सेवा

लगभग सौ किलोमीटर दूर भागलपुर के महादेव घाट से इस भीषण गर्मी में गंगाजल लेकर आये डाक बम बाबा को जल चढाते ही बेसुध हो कर मंदिर में गिर जाते थे। उसे श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के सदस्य लाद अपने शिविर में लाते उसकी मालिश, गर्म पानी से सेंक और पेन किलर स्प्रे से सेवा करने में मगन थे। वहीँ जिसको चिकित्सा की जरूरत उसे मंदिर परिसर में लगे स्वास्थ्य शिविर में भेज दिया जाता था। ऐसे दर्जनों डाक बम को स्वास्थ्य शिविर से बेहतर चिकित्सा के लिए सीएचसी सिंहेश्वर भेजा गया जहाँ उसका समुचित इलाज किया गया। 

बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर में भीड़ भाड़ को देखते हुए सीएचसी सिंहेश्वर के द्वारा सिंहेश्वर मंदिर में नियंत्रण कक्ष के दिन भर में दो दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से सीएचसी सिंहेश्वर पहुंचा कर समुचित इलाज किया गया। चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार खुद मरीजो का इलाज करते रहे। उन्होंने बताया कि अधिकांश मरीज गर्मी, उमस और बेहोशी के शिकार थे । 

शिवगंगा में पानी की कमी के कारण शिवगंगा पर न्यास समिति ने झरना की व्यवस्था की थी। जिसमें मोटर द्वारा पानी फब्बारे की तरह निकलता था।  श्रृद्धालुओं ने उस झरना का जमकर लुत्फ उठाया। उस झरना में स्नान कर श्रृद्धालु बाबा का जलाभिषेक किया। 

सुरक्षा की प्रयाप्त व्यवस्था 

बाबा सिंहेश्वर में आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा व्यवस्था के लिए जगह जगह पुलिस बल तैनात थे। बाजार में पुलिस बल की सक्रियता के कारण वाहन को रूकने नही दिया गया। जिसके कारण बाजार में भी जाम की स्थिति नलगभग हीं बनी। 

जगह जगह लगा सेवा शिविर

सावन में बाबा के जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए सिंहेश्वर में प्रवेश करते ही सेवा शिविर शुरू हो जाता है। जजहट सबैला पंचायत के झिटकिया में प्रमुख ईस्तियाक आलम के द्वारा डाक बम के सेवा के लिए हर साल (दो साल कोरोना महामारी छोडकर) की तरह इस साल भी लिए एनएच 106 पर सेवा शिविर लगाया गया। जिसमें डाक बम को फलाहार और शरबत, पानी, पेन किलर स्प्रे की सेवा दी गई । वही सिंहेश्वर बेरियर और बायपास के पास व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवचंद चौधरी ने फलाहार और शरबत का शिविर लगाया।  कई छोटी छोटी संस्था ने भी शिविर लगाकर श्रद्धालुओं की सेवा की।

सावन की पहली सोमवारी: बाबा भोलेनाथ को करीब 1 लाख श्रृद्धालुओं ने किया जलाभिषेक सावन की पहली सोमवारी: बाबा भोलेनाथ को करीब 1 लाख श्रृद्धालुओं ने किया जलाभिषेक Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 18, 2022 Rating: 5

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