अच्छी खबर: फुलौत के घघरी वो त्रिमोहन नदी पर जल्द बनकर तैयार हो सकता है विशाल पुल

मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली कोसी नदी पर बिहार के सातवें फुलौत पुल का निर्माण कार्य जोरों पर है। लेकिन घघरी नदी में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से आवागमन के लिए बनाएं गए अस्थायी पुल पानी में डूब गया है।अब लोगों को नाव से यात्रा कर बिहपुर जाना हो रहा है या फिर 52 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर चौसा, नवगछिया के रास्ते बिहपुर जाना होगा।जबकि फुलौत से बिहपुर की दूरी मात्र 12 किलोमीटर है। 

पुल निर्माण के लिए फुलौत की ओर से 21 एवं बिहपुर की ओर से 25 पायें का निर्माण कार्य जोरों पर है। इस सड़क पर लागत की बात करें तो 6.93 किमी लंबे पुल के निर्माण पर 973 करोड़ रुपए खर्च होने का स्टेमिट है । वहीं रोड निर्माण में 159.30 करोड़, 6.29 करोड़ से छोटा पुल, 13.07 करोड़ से कल्वर्ट, 8.73 करोड़ से बस पड़ाव और 8.28 करोड़ से टोल प्लाजा का निर्माण कार्य होगा। वही इसके रखरखाव पर 20 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

उदाकिशुनगंज से फुलौत एवं बिहपुर के बीच बन रहे सड़क एवं पुल निर्माण में बड़े पैमाने पर लोगो को रोजगार मिलेगा। यह प्रोजेक्ट फुलौत डाकबंगला के थोड़ा आगे से शुरू होकर झंडापुर तक जाएगा। इस बीच घघरी, बुधना और त्रिमुहान 3 नदी को कवर करते हुए पुल का निर्माण कराया जा रहा है। जो 127 पाया से जुड़ा होगा।  निर्माण कार्य पूरा होने के बाद दस वर्षों तक संवेदक द्वारा पुल की देखरेख की जाएगी। कार्य की निगरानी एनएच के प्रोजेक्ट डायरेक्टर भागलपुर की देखरेख में चल रहा है।

बताया जा रहा है कि मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, भागलपुर, खगड़िया, बेगूसराय और कटिहार जैसे जिलों को इसका सीधा फायदा लाभ मिलने जा रहा है।सूत्रों के अनुसार इस कार्य की जिम्मेदारी मेसर्स एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड मुंबई को दी गयी थी।एजेंसी ने निर्माण कार्य सात जून, 2021 को शुरू कर दिया गया है।

विदित हो कि 40 साल पूर्व तत्कालीन मंत्री विद्याकर कवि ने इलाके के लोगों के साथ कोसी की धारा पर बड़े पुल का सपना देखा था। इसके बाद 9 अगस्त 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएच 106 के मिसिंग लिंक पर 1478.40 करोड़ रुपए की लागत से 6.93 किमी लंबा फोरलेन पुल और सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। बीते वर्ष 2020 में 21 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिसिंग लिंक निर्माण की आधारशिला वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी थी।विश्व बैंक ने 136 किमी लंबे वीरपुर-बिहपुर एनएच-106 के निर्माण का खर्चा 2002 में उठाया था। हालांकि, वीरपुर से फुलौत तक सड़क निर्माण कराने के बाद विश्व बैंक ने अपना हाथ खींच लिया। इस कारण 30 किमी तक सड़क व पुल निर्माण कार्य रूक गया था। फुलौत और बिहपुर के बीच फोर लेन का पुल बनने से फुलौत और बिहपुर के बीच की दूरी 52 किलोमीटर से घटकर 12 किलोमीटर हो जाएगी। फोर लेन पुल से वीहपुर से बीरपुर तक जाने के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। साथ ही नेपाल, उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार सहित झारखंड के बीच सड़कों का संपर्क बढ़ेगा।

पुल बनने से उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र के दियारा इलाके के साथ-साथ आसपास के इलाकों में मक्का, मछली और दूध का कारोबार करने वालों को भागलपुर और वीहपुर के साथ-साथ अन्य जगहों पर कारोबार करने के लिए बड़ा बाजार मिल जाएगा। बताया गया कि दियारा इलाके में मक्का, मछली और दूध का कारोबार व्यापक पैमाने पर की जाती है। लेकिन इस इलाके के कारोबारियों को बड़ा बाजार नहीं मिलने के कारण छोटेे व्यापारियों के हाथों कारोबार करने की विवशता होती है। ऐसे में बेहतर मुनाफा तो दूर मुश्किल से लागत खर्च निकल पाता है। पुल बनने से आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के फुलौत पूर्वी, फुलौत पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी, पुरैनी के सपरदह, औराय, मधेली, करामा, आलमनगर प्रखंड के खापुर, रतवारा, सोनामुखी, बजराहा, विशनपुर, कुंजरी, गनौल सहित दर्जनों गांवों के किसानों और कारोबारियों को बेहतर आवागमन की सुविधा के साथ-साथ कारोबार भी विकसित होगा।

डीएम श्याम बिहारी मीणा स्वयं एनएच निर्माण कार्य की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि सड़क निर्माण कार्य में उदासीनता बरतने वाले एजेंसी पर कार्रवाई की जाएगी।

अच्छी खबर: फुलौत के घघरी वो त्रिमोहन नदी पर जल्द बनकर तैयार हो सकता है विशाल पुल अच्छी खबर: फुलौत के घघरी वो त्रिमोहन नदी पर जल्द बनकर तैयार हो सकता है विशाल पुल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 12, 2022 Rating: 5

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