कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में NSUI कार्यकर्ता, छात्र और युवा मौजूद थे. मौके पर एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि लद्दाख में सेना के बस की दुर्घटना से पूरा देश आहत है. भारत के वीर सपूतों की शहादत ने देश को झोकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों लद्दाख में सेना की एक बस दुर्घटना में 7 जवानों की मौत हो गई और 19 जवान घायल है. हम सभी जवानों के पीड़ित परिवार के साथ हैं और उनके प्रति संवेदना प्रकट करते है. साथ ही घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि एनएसयूआई सरकार से मांग करती है कि शहीद जवानों के परिवारों को अविलंब 2-2 करोड़ रुपये की सहयोग राशि दी जाय एवं उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाय. उन्होंने कहा कि देश के सरहदों की रक्षा में अपने घर, परिवार से दूर रह रहे देश के जवानों को सरकार यह विश्वास दिलाए कि उनके अनुपस्थिति में उनके परिवारों के साथ पूरा देश है और भारत की सरकार है.
कैंडल मार्च में मुख्य रूप से एनएसयूआई विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीतीश कुमार, छात्रनेता जितेंद्र कुमार, नवीन कुमार, अमरेश कुमार, रामलखन कुमार, आशुतोष कुमार, मयंक कुमार, प्रशांत प्रिंस, रवि कुमार, विकाश कुमार, प्रशांत सम्राट, विशाल भाटिया, अनु कुमार, सौरव कुमार, प्रेम कुमार, सुशील कुमार, लालबहादुर, गुड्डू कुमार, जितेंद्र कुमार जीतू, कुंज कुमार, बिपिन कुमार, सुनील कुमार, सनोज कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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