लगभग 3 करोड़ रूपये लागत से नाले के निर्माण में अनियमितता को लेकर विरोध के बाद जांच

मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड के आलमनगर मुख्य बाजार से लदमा होते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग से बनने वाले लगभग तीन करोड़ रूपये लागत से नाले का निर्माण में हो रहे अनियमितता को लेकर ग्रामीणों के द्वारा विरोध करने एवं वरीय अधिकारी को शिकायत करने के बाद सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज राजीव रंजन ने नाला निर्माण का जायजा लिया.

इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने एसडीएम राजीव रंजन को नाला निर्माण में घटिया सरिया एवं घटिया सीमेंट का उपयोग करने की शिकायत करने के साथ-साथ राजद नेता इंजीनियर नवीन कुमार निषाद ने वाटर लेवल नहीं मिलाने एवं ढलाई के दौरान वाईब्रेटर मशीन का उपयोग नहीं करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया जिस पर अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज के द्वारा गोदाम चेक किया गया. जहां सीमेंट में लगाए गए आरोप सही पाया गया. वहीं गोदाम में एक पीस 8mm का सरिया भी पाया गया जिसको लेकर एसडीएम उदाकिशुनगंज ने नाराजगी व्यक्त की. वहीँ नाला निर्माण के दौरान स्थान को लेकर हुए विवाद की भी जांच की गई. जिसमें पाया गया कि नाला निर्माण अमीन के द्वारा किए गए नापी के हिसाब से ना करते हुए जमीन को छोड़कर किया गया. जिस पर एसडीएम उदाकिशुनगंज बिफर गए और अविलंब नापी  करते हुए अतिक्रमणकारियों पर बुलडोजर चलाने का निर्देश दिया.

इस दौरान उदाकिशुनगंज एसडीएम राजीव रंजन ने बताया कि जब तक सीमेंट और सरिया के साथ-साथ ढलाई में वाइब्रेटर मशीन का उपयोग नहीं किया जाएगा तब तक ढलाई आरंभ नहीं की जाएगी. इसको दुरुस्त करते हुए ढलाई करने की बात कही. वहीँ अनियमितता को लेकर वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट करने की बात कही. इस दौरान आलमनगर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी इंजीनियर नवीन कुमार निषाद ने बताया कि अब तक जितना भी नाला निर्माण हुआ है उसका न ही वाटर लेवल मिलाया गया और ना ही जो सीमेंट नाला निर्माण में ढलाई में दिया जाता है उसका उपयोग किया गया. एकदम फोर्थ ग्रेड का सीमेंट नाले के निर्माण में लगाया गया. साथ ही 8 एमएम का सरिया भी लगाया गया जो यह दर्शाता है कि नाला निर्माण में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया गया है और इस निर्माण में यहां के बड़े-बड़े नेता भी शामिल हैं, जिनके देखरेख में आलमनगर के लोगों को लूटा जा रहा है.  इस भ्रष्टाचार में शामिल पर कार्रवाई हो.

साथ ही इंजीनियर नवीन कुमार निषाद ने एसडीएम  को बताया कि कार्य करा रहे कर्मियों के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को डराया धमकाया जाता है. अगर कार्य गलत किया जाएगा तो ग्रामीण के द्वारा आवाज तो उठाया ही जाएगा. यहां के ग्रामीणों को दबाया जा रहा है यह अच्छी बात नहीं है. आज के जांच के दौरान यह स्पष्ट होता है कि यहां व्यापक रूप से भ्रष्टाचार हुआ है और जब तक इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई नहीं हो जाते हम चुप बैठने वालों में से नहीं हैं।

(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)

लगभग 3 करोड़ रूपये लागत से नाले के निर्माण में अनियमितता को लेकर विरोध के बाद जांच लगभग 3 करोड़ रूपये लागत से नाले के निर्माण में अनियमितता को लेकर विरोध के बाद जांच Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 09, 2022 Rating: 5

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