आईरा के जिलाध्यक्ष मुरारी सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शोक सभा में वक्ताओं ने पवनदेव बाबू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला. वक्ताओं ने कहा कि वे एक निर्भीक और बेबाक पत्रकार के रूप में लोकप्रिय थे. पत्रकारों के हित के लिए वे हमेशा तत्पर रहते थे. पवनदेव बाबू पत्रकारिता के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों में भी अपनी विशेष सक्रियता रखते थे.
वक्ताओं ने कहा कि बाइक हादसे में उन्हें बेहतर इलाज के लिए आईजीआईएमएस पटना ले जाया गया. पांच दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़ते रहे और आखिरकार वे जिंदगी की आखरी जंग हार गए. उनके जाने से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. लोगों ने उनके आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. सबों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
मौके पर मुरारी सिंह, सरोज कुमार, मनीष वत्स, मनीष सहाय वर्मा, मुकुल वर्मा, संजय परमार, अमित कुमार, श्रीकांत राय, दिलखुश, शंकर कुमार, आरजू अंसारी, धीरेंद्र निराला सहित अन्य मौजूद थे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 21, 2022
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