'आज़ादी के कई दशक बाद भी दलितों को न्याय नहीं': भीम आर्मी

मधेपुरा के श्रीपुर डीह टोला वार्ड नं (11) के न्यू जीत विद्यालय बालम गढ़िया में पदस्थापित शिक्षिका चंद्रिका कुमारी के हत्या आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार न करने के विरोध में मधेपुरा जिला भीम आर्मी सामहरणालय गेट पर  एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. जिसमें अपनी मांगों को रखते हुए भीम आर्मी जिला अध्यक्ष मुन्ना कुमार पासवान ने कहा कि आजादी के कई दशक बाद भी दलित शोषित को न्याय नहीं मिलता है, सिर्फ प्रताड़ना. वह चाहे जाति भेदभाव हो या फिर अमीरी गरीबी की खाई. 

साथ ही भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष अबूजर खान ने कहा कि पुलिस प्रशासन रसूखदार के सामने पंगु बनी बैठी रहती है, जिसके कारण जिले में अपराध का बोलबाला है. आए दिन हत्या लूट जैसी घटना होती रहती है पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है. बीते दिनों चंद्रिका कुमारी प्रधान शिक्षिका विद्यालय बालम गढ़िया अपने विद्यालय जाने के क्रम में असामाजिक तत्वों द्वारा बाल पकड़कर पटक दिया गया व स्कॉर्पियो से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई. काफी कहने सुनने के बाद पुलिस के द्वारा केस तो किया गया लेकिन दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. भीम आर्मी  यह मांग करती है दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा जिसके जिम्मेदार मधेपुरा पुलिस प्रशासन होंगे.

'आज़ादी के कई दशक बाद भी दलितों को न्याय नहीं': भीम आर्मी 'आज़ादी के कई दशक बाद भी दलितों को न्याय नहीं': भीम आर्मी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 06, 2022 Rating: 5

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