कुलसचिव ने अध्ययन केंद्र स्थापित करने वाले भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के उपरांत महाविद्यालय नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के लिए आवंटित कक्ष में दीप प्रज्वलित कर कुलसचिव द्वारा विधिवत उद्घाटन किया गया. मौके पर प्राचार्य डॉ जवाहर पासवान द्वारा कुलसचिव महोदय को अंग वस्त्र एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. वहीं बीएन मंडल विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव शैक्षणिक डॉ सुधांशु शेखर को डॉ सज्जाद अख्तर ने अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. प्राचार्य जवाहर पासवान को हिंदी विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रतीक कुमार द्वारा पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने कॉलेज प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों को दी जा रही सुविधाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभारी प्राचार्य ने अध्ययन केंद्र खोले जाने के लिए आवेदन पत्र दिया था. कुलपति प्रो केसी सिन्हा के अनुमोदन के पश्चात अध्ययन केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि 105 पाठ्यक्रमों में से छात्र–छात्राएं किसी भी पाठ्यक्रम का चयन कर प्रवेश ले सकते हैं. प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर जवाहर पासवान ने कहा कि के पी कॉलेज में इस तरह के अध्ययन केंद्र खुलने से कॉलेज के अलावे अन्य विद्यार्थियों को भी इसका फायदा मिलेगा. यह एक पिछड़ा इलाका है और 105 पाठ्यक्रमों में नामांकन हो जाने से यहाँ शैक्षणिक माहौल मिल पाएगा.
वहीं डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि शिक्षा आज के समय में बहुत ही जरूरी है. इस तरह के केंद्र खुलने से छात्रों को शिक्षा पाने में कोई कठिनाई नहीं होगी. इस केंद्र से सहजता से शिक्षा प्राप्त कर डिग्री हासिल की जा सकती है.
नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय को के पी महाविद्यालय प्राचार्य ने कुछ दिन पहले नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय का अध्यन केंद्र खोलने हेतु आवेदन किया था. कुलपति प्रोफेसर के सी सिन्हा के अनुमोदन के उपरांत प्रति कुलसचिव ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कुलसचिव ने कहा कि यह अद्भुत संयोग है कि 1 सप्ताह पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जवाहर पासवान के रूप में मैंने ही अध्ययन केंद्र खोलने का प्रस्ताव हमारे पास भेजा था, और मैंने आज निरीक्षण उपरांत अनुमोदित कर अध्ययन केंद्र कोड आवंटित कर दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही कई अन्य सर्टिफिकेट कोर्सेज शुरू किए जाएंगे. वंचित समाज के छात्रों को हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. एन ओ यू नामांकन लेने वाले छात्राओं के लिए अध्ययन सामग्री नि:शुल्क है. छात्राओं के लिए सभी पाठ्यक्रमों में 25 प्रतिशत की छूट है. सत्र समाप्त होने के कारण अभी नामांकन में इस महाविद्यालय में थोड़ा विलंब शुल्क लगेगा, क्योंकि नामांकन का सत्र अब लगभग खत्म होने पर है.
उन्होंने कहा कि ओपन यूनिवर्सिटी का मतलब ही होता है, आम लोगों तक पहुंचना. समाज के वे वर्ग जो नियमित अध्ययन नहीं कर सकते हैं, वे सभी मुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से अध्ययन करके कुशल हुनरमंद बने. कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने कहा कि तीन महीने के भीतर बिहार के सुदूर ग्रामीण इलाकों में कई नए अध्ययन केंद्र खोले गए हैं. हमारा उद्देश्य सकल नामांकन अनुपात को बढ़ाना है. बिहार के सभी बच्चे हुनरमंद बने. सभी कौशल पाठ्यक्रम नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय के पास हैं. वहीं धन्यवाद ज्ञापन राजीव जोशी ने किया.
मौके पर नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ घनश्याम राय, बी एन मंडल विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव शैक्षणिक डॉ सुधांशु शेखर, के पी महाविद्यालय से डॉ चंद्रशेखर आजाद, डॉ संदय कुमार, डॉ त्रिदेव निराला, डॉ प्रतीक कुमार, डॉ अमरेंद्र कुमार, प्रो महेंद्र मंडल, डॉ विजय पटेल, डॉ अली अहमद मंसूरी, डॉ सज्जाद अख्तर, डॉ राजीव जोशी, डॉ सिकंदर कुमार, डॉ शिवा शर्मा, डॉ जयंत ठाकुर, डॉ बदराज, डॉ अमित रंजन, डॉ पंकज शर्मा, सुनील कुमार मंडल, राजेश कुमार, प्रधान लिपिक नीरज कुमार, अर्थपाल देवाशीष देव, नीरज कुमार, गजेंद्र दास, शोभा देवी, मीना कुमारी एवं एनसीसी के छात्र-छात्रा मौजूद थे.
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