बताया जाता है कि इसी दौरान अनशनकारी पराजित मुखिया प्रत्याशी को कहीं से जानकारी मिली कि बीडीओ गुरुवार से एक सप्ताह तक प्रखंड मुख्यालय से अनुपस्थित रहेंगे. फिर क्या था अनशनकारी के महिला, पुरुष समर्थक उग्र हो गए. प्रदर्शन कारी बहुउद्देशीय भवन के खिड़की में लगे शीशे को तोड़ दिया. इसी दौरान उग्र भीड़ बीडीओ चैम्बर में घुसकर बीडीओ के साथ मारपीट करने पर उतारु हो गए. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी इन लोगों को बहुउद्देशीय भवन से बाहर निकाल दिया. इसके बाद प्रशासन के द्वारा बहुउद्देशीय भवन के मुख्य द्वार के ग्रिल में भीतर से ताला जड़ दिया गया. इसके बाद प्रदर्शनकारी भी बहुउद्देशीय भवन के मुख्य द्वार के ग्रिल में बाहर से ताला जड़ दिया.
वहीं बहुउद्देशीय भवन से बाहर निकालने के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी के बीच धक्का-मुक्की के दौरान इसराइन बेला पंचायत के लड़कनियां टोला वार्ड नंबर 1 निवासी देवी देवी मूर्छित होकर नीचे जमीन पर गिर गई. प्रदर्शनकारी आनन-फानन में बेहोशी की हालात में महिला को कुमारखंड सीएचसी में भर्ती कराया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया.
इधर प्रदर्शनकारी, थानाध्यक्ष रुदल कुमार के साथ भी धक्का मुक्की करते हुए मारपीट करने पर उतारु हो गए, थानाध्यक्ष भागने लगा. थानाध्यक्ष को प्रदर्शनकारी खदेड़ने लगे. थानाध्यक्ष भागते हुए थाना परिसर में घुस गए. बावजूद प्रदर्शनकारी थानाध्यक्ष को थाने में घुसकर पिटाई करना चाह रहे थे.
बताया गया कि इसी दौरान थानाध्यक्ष पिस्टल निकालकर एक फायर कर दिए. मौके पर थाने में मौजूद पुलिस पदाधिकारी और फोर्स अलर्ट मोड में आ गए. इसके पश्चात प्रदर्शनकारी लौट गए. इधर बहुउद्देशीय भवन में ताला लगा ही रहा. बाद में देर शाम अपने लाव लश्कर के साथ पंहुचे एसडीएम नीरज कुमार और एसडीपीओ अजय नारायण यादव आनशनकारी पराजित मुखिया प्रत्याशी दम्पत्ति को समझा बुझाकर 4 दिसम्बर को मतगणना के दौरान का सीसीटीवी फुटेज दिखाने का आश्वासन देकर अनशन समाप्त करवाया.
पराजित मुखिया प्रत्याशी का कहना था कि वे डायबिटीज से ग्रसित हैं, उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. बावजूद उनके मांग पर बीडीओ और अन्य आला अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. अनशनकारी पराजित मुखिया प्रत्याशी ने बताया कि गत 13 नवंबर को मतगणना के दौरान का सीसीटीवी फुटेज दिखाया जाय. श्री मेहता ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इसराइन बेला पंचायत के मुखिया पद के मतगणना के पूर्व भी इवीएम का सील टूटा हुआ था. मतगणना का कार्य महज 3 मिनट में पूर्ण कर लिया गया. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मतगणना के दौरान रिकॉर्डिंग सीसीटीवी फुटेज दिखाया जाय.
बता दें कि पराजित मुखिया प्रत्याशी 1323 मत लाकर तीसरे पायदान पर रहे. जबकि राजेश झा 1473 मत लाकर दूसरे स्थान पर थे तो वहीं निवर्तमान मुखिया रामअवतार ठाकुर 1836 मत प्राप्त कर पुनः मुखिया पद पर कब्जा बरकरार रखने में सफल रहे. गौरतलब हो कि पराजित मुखिया प्रत्याशी अशोक मेहता भैंस पर सवार होकर ब्लॉक आकर नामजदगी के पर्चे दाखिल कर जिले समेत राज्य में खूब चर्चित हुए थे. हालांकि बाद में उच्चाधिकारी के आदेश के आलोक में एआरओ सह सीओ शशि कुमार ने कुमारखंड थाने में श्री मेहता पर पशु आत्याचार अधिनियम व आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज करवाए थे.
अनशनकारी पराजित मुखिया दम्पति का इलाज कर रहे कुमारखंड सीएचसी के डा. अब्दुल्लाह जावेद ने बताया कि पराजित मुखिया प्रत्याशी दम्पत्ति को स्लाइन चढ़ाया गया है. स्थिति नियंत्रण में है. बीडीओ पंकज कुमार ने बताया कि अनशनकारी पराजित मुखिया प्रत्याशी के समर्थक उग्र होकर कैंपस में अराजक स्थिति उत्पन्न कर दिए थे. पराजित मुखिया प्रत्याशी के भाई व अन्य लोगों के द्वारा मकान के खिड़की का शीशा आदि के तोड़ फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी)
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