डीएपी के एवं अन्य उर्वरकों के लिए किसानों ने घंटों किया सड़क जाम, जमकर काटा बवाल

एन.एच. 107 पर मधेपुरा-पूर्णिया की सीमा पर बिस्कोमान भवन के सामने डीएपी के एवं अन्य उर्वरकों के लिए किसानों ने घंटों किया सड़क जाम, जमकर काटा बवाल.


रासायनिक खाद की किल्लत कई दिनों से मुरलीगंज विस्कोमान भवन परिसर में खाद को लेकर किसान लगातर काट रहे हैं विस्कोमान भवन का चक्कर. दरअसल धान कटाई हो चुकी है और गेहूं, मकई की बुवाई के लिए किसानों को डीएपी, यूरिया और अन्य खाद की जरूरत है लेकिन बाजार में खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हैं.


मुरलीगंज बिस्कोमान भवन ने गुरुवार की मध्यरात्रि के बाद 3:00 बजे से लाइन में लगे हुए किसानों ने दिन के 12:00 बजे किसानों ने जमकर बवाल काटा. जब बिस्कोमान भवन के सामने हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुष किसान बिस्कोमान के काउंटर पर अपने हाथों में आधार कार्ड लेकर लाइन में खड़े हो गए.


किसानों ने मधेपुरा-पूर्णिया जिले की सीमा क्षेत्र एनएच 107 से सटे बिस्कोमान गोदाम के सामने एनएच 107 को जाम कर दिया. सड़क जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय मुरलीगंज थाना अध्यक्ष अखिलेश कुमार दलबल सहित पहुंच कर किसानों को समझा-बुझाकर लाइन में खड़ा कर उन्हें निर्धारित राशि के अनुसार खाद दिलाने के आश्वासन के बाद सड़क जाम हटवाया. सड़क जाम लगभग आधे घंटे तक रहा. इसके बाद बिस्कोमान के सहायक भंडार प्रबंधक अरुण कुमार सिंह को लाया गया एवं किसानों को लाइन में लगवा कर डीएपी मिक्सचर एवं यूरिया उपलब्ध करवाया गया. 


गौरतलब हो कि पिछले तीन दिनों से ही मुरलीगंज के बिस्कोमान में खाद गोदाम पर अहले सुबह से किसानों की भीड़ उमड़ने लगी है. बिस्कोमान से एक दिन किसानों को यूरिया दिया भी गया. वहीं किसान निरंजन कुमार यादव घर कोल्हायपट्टी वार्ड नंबर 4 ने बताया कि कल तो यूरिया दिया गया और आज डीएपी देने की बात कही गई थी. इसलिए सुबह 3:00 बजे से ही हम लोग लाइन में लगे हुए हैं लेकिन अभी 10:30 बजने वाले हैं कोई भी पदाधिकारी वितरण के लिए नहीं आए हैं.


कई किसान बताते हैं कि वे सुबह 3:00 बजे से ही लाइन में लगे हैं लेकिन डीएपी खाद नहीं मिल पा रहा है. जिस कारण विस्कोमान गोदाम परिसर में लम्बी लाइन लगी हुई है और किसान खाद को लेकर मारा-मारी कर रहे हैं. इतना ही नहीं खाद को लेकर किसान अलग-अलग गाँव से मुरलीगंज गोदाम पर पहुंचे हैं. किसान सिर्फ हल्ला हंगामा कर रहे हैं और सरकार को कोस रहे हैं. खाद की किल्लत होने से खाद की कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों की चांदी कट रही है. बड़े पैमाने पर ऊंचे दाम पर नकली खाद बेचे जाने का भी मामला सामने आ रहा है. खुले बाजार में चोरी छिपे 17 सौ से 2 हजार रुपये बोड़ी खाद ब्लैक मार्केट में मिल रहा है.


ऐसी परिस्थिति में खाद की कीमत को लेकर सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति धराशाई होते दिख रही है. वहीं गोदाम के सहायक प्रबंधक अरुण कुमार सिंह मुरलीगंज ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 4 हजार डीएपी खाद की बैग का डिमांड किया गया था और मिक्सचर हेतु तीन हजार बैग का डिमांड किया गया था लेकिन सरकार द्वारा महज डीएपी 1 हजार बैग और मिक्सचर महज 500 बैग ही दिया गया है. जिस कारण किसानों को परेशानी हो रही है. जैसे ही खाद का आवंटन हो जाता है, किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करा दिया जाएगा.


डीएपी के एवं अन्य उर्वरकों के लिए किसानों ने घंटों किया सड़क जाम, जमकर काटा बवाल डीएपी के एवं अन्य उर्वरकों के लिए किसानों ने घंटों किया सड़क जाम, जमकर काटा बवाल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 03, 2021 Rating: 5

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