छठ महापर्व में मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित तालाब की सफाई में दिखी संवेदनहीनता

मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित तालाब की प्रतिवर्ष सफाई के उपरांत 200 से अधिक छठ व्रतियों द्वारा पूजा अर्चना की जाती थी, लेकिन इस बार प्रखंड कार्यालय परिसर में तालाब की सफाई नहीं करवाई गई. यहाँ जो दो दो प्रशासनिक कार्यालय एवं आवासीय परिसर मौजूद है, प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित तालाब उपेक्षा का शिकार बना रहा.

मामले में जब प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार  से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि यह तो नगर पंचायत के कार्यपालक के जिम्मे था कि किन-किन घाटों की सफाई करवानी है कहां-कहां छठ पूजा होती है.


प्रखंड परिसर छठ घाट पर कल अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने व्रतियाँ पहुँची तो जमकर स्थानीय प्रशासन एवं नगर पंचायत को कोसना शुरू किया. जब जिला प्रशासन से लेकर के बिहार सरकार तक छठ घाट की सफाई के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए गए थे ऐसे में प्रखंड कार्यालय स्थित तालाब में सफाई नहीं होने के उपरांत भी छठ मनाया और स्थानीय प्रशासन से लेकर के नगर पंचायत प्रशासन को जमकर बददुआएं दी.


संवेदनहीनता की पराकाष्ठा तो तब देखने को मिली जब छठ घाट के ठीक सामने मुरलीगंज नगर पंचायत द्वारा बैनर लगाकर कचरा ना फेंकने और स्वच्छता , जल प्रदूषण से बचाव के लिए फूल पत्तियों को जल में नहीं फेंकने की दलीलें देने वाले पोस्टर लगे थे.


छठ महापर्व में मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित तालाब की सफाई में दिखी संवेदनहीनता छठ महापर्व में मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित तालाब की सफाई में दिखी संवेदनहीनता Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 11, 2021 Rating: 5

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