मधेपुरा जिला मुख्यालय समेत जिले भर के प्रखंडों में भी आस्था का महापर्व छठ का समापन हर्षोल्लास के साथ हुआ. इस बीच जिले के चौसा प्रखंड से एक बुरी खबर भी आई जिसमें एक बालक के घाट पर नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई.
उधर मुरलीगंज नगर पंचायत एवं 17 पंचायत के विभिन्न छठ घाटों में छठ व्रती ने आज उगते सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास को खत्म किया। शहरों में श्रद्धालु सुबह से ही घाटों पर एकत्र हो गए थे। भगवान सूर्य के निकलते ही पूरी आस्था के साथ उन्हें अर्घ्य अर्पित किया गया।\
छठ घाटों के अलावे कई तालाबो में भी सुबह 3 बजे से ही लोगों का पहुंचना जारी रहा. लोग पहुंचते रहे और छठ घाटों पर प्रसाद के सूप और डालों को सजाकर लोग रखते गए.
छठ व्रत करने वाली महिलाएं तालाबो में उतर कर भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करती दिखी और इस दौरान छठव्रती सूर्य की उपासना करती नजर आयीं. तालाबो में भी काफी भीड़ पहुंची थी. इस दौरान छठ घाटों पर पूजा समितियों ने तालाबो को बेहतर ढंग से सजाया था ,रंगीन बल्बों और झालरों से सजा तालाबो का छठ घाट आकर्षक नजर आ रहा था.
आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर मुरलीगंज के बलहुआ, रामपुर नदी किनारा छठ घाट, नवटोल छठ घाट, गंगापुर घाट, रमणी घाट, अमारी घाट, पोखराम परमानंदपुर घाट,भेलाही, सिंघियान, प्रखंड परिसर, कोल्ह्यपट्टी छठ घाट सहित दर्जनों छठ घाटों में भी हर्षोल्लास दिखा।
चार दिनों का महापर्व नहाय खाय से शुरु होकर आज यानी गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।
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