वहीं पीड़ित दुकानदार प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि रोज की भांति बुधवार की शाम दुकान बंद कर घर चले गए. अन्य दिनों की भांति सुबह जब दुकानदार के पुत्र विवेक कुमार दुकान खोलने के लिए पहुंचे तो दुकान का फाटक टूटा हुआ था तो उन्होंने चौक के सभी दुकानदार एवं पुलिस को बुलाकर दिखाया. दुकान में प्रवेश करने पर सामान बिखरा पड़ा देखकर हैरान हो गए. दुकान के गल्ले में रखें ₹700 एक मोबाइल एवं सिगरेट, गुटका समेत कई अन्य सामान गायब था.
पीड़ित ने अज्ञात के खिलाफ ओपी में आवेदन दिया है. ग्रामीण व व्यवसायियों की माने तो ओपी क्षेत्र में चोरी व छेड़खानी की घटना आम बात हो गई है.
विगत छह माह में चोरी की आधा दर्जन से अधिक घटनाएं घट चुकी हैं, लेकिन आजतक एक भी मामले का पर्दाफाश नहीं हुआ. मामला उजागर नहीं होने से लोग पुलिस को सूचना देने से कतरा रहे हैं. क्षेत्र में विभिन्न चौक चौराहे पर शराबियों व असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. पुलिस की शिथिलता के कारण अपराधी बेखौफ होकर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. इसका खमियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. क्षेत्र में चोरों के उत्पात से लोगों में भय व्याप्त हो गया है. घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि ओपी के सामने चोरी होना इस बात का प्रतीक है कि पुलिस गश्ती के नाम पर खानापूरी करती है.
वहीं ओपी अध्यक्ष कमलेश प्रसाद ने बताया कि पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया है. प्राथमिक दर्ज कर जल्द ही चोरों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

No comments: