बाढ़ राहत सूखा राशन नहीं मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने किया विरोध प्रदर्शन

 

मधेपुरा जिलान्तर्गत चौसा प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों ने आज सोमवार को प्रखंड के विभिन्न जगहों पर सड़क जाम कर औऱ टायर जला कर किया विरोध प्रदर्शन.

 प्रदर्शनकारियों ने चिरौरी चौक, फुलौत  एनएच 106 और फुलौत से चौसा जाने वाली मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जिससे घंटों आवागमन बाधित रहा. जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दर्जनों ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. 

मालूम हो कि पिछले एक माह से बाढ़ पीड़ितों का जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. न खाने की सुध और न ही रहने का ठिकाना. बाढ़ आने के पूर्व लोगों ने जो कुछ अपने खाने के लिए रखा था वो सभी खत्म हो गया. बाढ़ राहत का इंतजार करते-करते नहीं मिलने पर निराश होकर अब ये लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करना शुरू कर दिए हैं. 

बताया जाता है कि फुलौत के डाक बंगला चौक, मोरसंडा पंचायत के धनेशपुर चौक पर बाढ़ पीड़ित परिवार ने प्रदर्शन किया. जाम स्थल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. फुलौत में प्रदर्शन कर रही बाढ़ पीड़ित महिला बुचरा देवी, रेणु देवी, रिंकु देवी, बतिया देवी, उमा देवी, रीना देवी, उर्मिला देवी, गिरजा देवी, गुलशन खातून, रकीबा खातून, अनिता देवी, पार्वती देवी, सीता देवी, किरण देवी, सकून देवी, गीता देवी, मंजुला देवी ने बताया कि अभी भी हमारे घर में पानी है, सरकार कोई सहायता नहीं दे रही है. समुदायिक किचन तो दूर की बात अबतक सूखा राशन भी नहीं दिया गया है. हम लोगों को रहने और खाने की परेशानी हो रही है. 

वहीं कमिया देवी, कन्या देवी, मुखिया देवी, काली देवी, सर्बिया देवी, देवंती देवी, ममता देवी, देवीया देवी, विनोद मंडल, दिलीप मंडल, सुनील ऋषिदेव, सुधीर ऋषिदेव, संजय मुनि, दिनेश मुनि, परमानंद मंडल, देवेंद्र मंडल, सुकेश कुमार, मुन्ना कुमार, संतोष कुमार, भवेश कुमार आदि बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि अब तक उन लोगों को कोई सुविधा नहीं मिला है. सभी के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सभी लोग अपने-अपने घर-द्वार छोड़कर सड़क के किनारे रहने को विवश हैं. इस दौरान सभी लोग दाने-दाने के लिए मोहताज हो चुके हैं. अब तक सरकारी सुविधा उन लोगों को नहीं मिली है. उनके परिवार के लोग भूखे हैं. अनाज का एक भी दाना उन लोगों के पास नहीं है. राशन पानी की मांग को लेकर अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को अवगत कराया गया लेकिन उनकी ओर से कोई पहल नहीं किया गया. जिसके कारण सभी बाढ़ पीड़ित मजबूर होकर सड़क जाम कर प्रदर्शन करते हुए सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. 

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के बीच राशन वितरण किया जाए, जानवरों के लिए चारा की व्यवस्था की जाए और हजारों एकड़ में लगी फसल, जो बर्बाद हो चुकी है उसका मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाए. सड़क जाम की सूचना मिलने पर फुलौत ओपी अध्यक्ष अनिल कुमार यादव अपने दल बल के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे. काफी समझाने बुझाने के बाद किसी तरह जाम को हटाया गया, फिर आवागमन चालू हुआ.

वहीं एडीएम उपेंद्र कुमार ने बताया कि बाढ़ से पूरी तरह से प्रभावित चिह्नित परिवारों के बीच सूखा राशन का वितरण कराया जा रहा है. बाढ़ से प्रभावित होने वाले चौसा एवं आलमनगर के पूरी तरह से प्रभावित चिह्नित बाढ़ पीड़ित पशुपालकों के बीच 250 क्विंटल भूसा का वितरण अब तक कराया जा चुका है. जबकि जिन-जिन लोगों को चिह्नित किया गया, उनके बीच पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. उन्होंने बताया कि ऐसे परिवारों के बीच जीआर की राशि वितरण की भी तैयारी की जा रही है.



बाढ़ राहत सूखा राशन नहीं मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने किया विरोध प्रदर्शन बाढ़ राहत सूखा राशन नहीं मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने किया विरोध प्रदर्शन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 30, 2021 Rating: 5

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