भाकपा का महंगाई, भ्रष्टाचार, एमएसपी, दलित आदिवासियों को भूमि पर कब्जा दिलाने के लिए हल्लाबोल प्रदर्शन

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज भीषण महंगाई, व्याप्त भ्रष्टाचार, दलित व आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सिंगयान में आदिवासियों के खातियानी एवं जोरगामा में पर्चा धारियों की जमीन पर कब्जा दिलाने आदि मांगों को लेकर आज यहां भाकपा कार्यकर्ताओं ने मुरलीगंज प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर किया हल्लाबोल प्रदर्शन. 


पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार भाकपा कार्यकर्ताओं का विशाल कारवां  खराब मौसम के बाद भी मुरलीगंज रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर से झंडा, बैनर एवं परंपरागत हथियार से लैस होकर ढोल, नगाड़े एवं डिग्गा बजाते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचे. कार्यालय के मुख्य द्वार पर भाकपाइयों ने कब्जा जमा लिया. प्रदर्शनकारियों ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस अवसर पर मुरलीगंज भाकपा के अंचल मंत्री अनिल भारती की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों एवं उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि कोरोना महामारी के इस भयानक काल में डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, सरसों तेल आदि आवश्यक सामानों की लगातार बढ़ती कीमतें, गरीबी उन्मूलन एवं विकास योजनाओं में व्याप्त लूट, आदिवासियों एवं दलितों पर हो रहे अत्याचार से लोगों का जीना दूभर हो गया है. भाकपा नेता ने कहा कि आजादी के 74 वर्ष बाद भी कमजोर वर्गों पर दमन बदस्तूर जारी है. उन्होंने कहा कि सिंगयान के रानी पट्टी गांव में दर्जनों आदिवासी अपने खतियानी जमीन से उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी हैं बेदखल.
वहीं जोरगामा के सीलिंग से फाजिल जमीन पर पर्चा धारियों का नहीं है दखल. भाकपा नेता ने कहा कि हर गांव में बड़ी संख्या में है भूमिहीन. सरकार व प्रशासन बनी है संवेदनहीन. भाकपा नेता प्रभाकर ने कहा कि समस्याओं से आम लोग त्रस्त हैं, परंतु केंद्र व राज्य सरकार जाति और धर्म की राजनीति करने में है मस्त. उन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार बना शिष्टाचार, अपराध बना उद्योग, सरकार जनता का सुधि ले, नहीं तो सिंहासन खाली करे.
भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है, अच्छे दिन तो नहीं आए परंतु सबसे बुरे दिन आ गए, यह दमनकारी सरकार है. उन्होंने कहा कि यहां मनरेगा एवं आपूर्ति विभाग में कमीशनखोरी व्याप्त है. भाकपा नेता ने शिक्षा और चिकित्सा को दुरुस्त करने एवं किसानों से समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदने की मांग की. किसान सभा के राज्य सचिव रमण कुमार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसान मजदूर विरोधी है. नीचे से ऊपर  तक के पदाधिकारी कमीशनखोर है. मुरलीगंज में किसानों को फसल क्षति मुआवजा क्यों नहीं मिला ? कृषि पदाधिकारी जवाब दे. उन्होंने वृंदावन में दलितों पर हुए अत्याचार की उच्च स्तरीय जांच कराने एवं जमीन के विवाद का प्रशासनिक स्तर पर समाधान करने की मांग की. 


भाकपा के अंचल मंत्री अनिल भारती ने कहा कि गरीबों और दलितों पर अत्याचार नहीं सहेंगे, अंचलाधिकारी होश में आवे एवं भूमि समस्याओं का समाधान करे, नहीं तो भाकपा संघर्ष तेज करेगी. मौके पर पार्टी के वरीय नेता मोहम्मद सिराज, बाल कृष्ण यादव, रणजीत सिंह, उमाशंकर मुन्ना, दशरथ रस्तोगी, रंजीत वर्मा, नरेश मुरमुर एवं बबलू मुर्मू आदि ने कहा कि तीन काला कृषि कानून मोदी सरकार वापस ले नहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. नेताओं ने कहा कि महंगाई की मार से जनता तबाह और परेशान है सरकार सुधि लेने को तैयार नहीं है, वह हमें लूट रही है. सरकार महंगाई वापस ले अन्यथा उग्र आंदोलन के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बाध्य होगी. 


इस अवसर पर पार्टी के मजदूर नेता उमेश हेंब्रम, परमानंद साह, चारणी हेंब्रम, सुधीर चौधरी, रामसुंदर यादव, वीर सिंह टूडू, रीतलाल टूडू, जगदीश मिर्धा, शिवचरण मुर्मू, जगदीश ऋषिदेव, मोहम्मद कासिम, आलोक कुमार, सोनू कुमार, राजेश कुमार आदि बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता शामिल थे. अंत में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर अपनी 11 सूत्री मांगों का स्मार पत्र सौंपा.


भाकपा का महंगाई, भ्रष्टाचार, एमएसपी, दलित आदिवासियों को भूमि पर कब्जा दिलाने के लिए हल्लाबोल प्रदर्शन भाकपा का महंगाई, भ्रष्टाचार, एमएसपी, दलित आदिवासियों को भूमि पर कब्जा दिलाने के लिए हल्लाबोल प्रदर्शन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 20, 2021 Rating: 5

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