मिली जानकारी के अनुसार एमबीसी नहर में जबसे सिंचाई विभाग के द्वारा पानी छोड़ा गया है तबसे एमबीसी नहर के दोनों कैनाल पर जगह-जगह पानी का दबाव बना हुआ है लेकिन विभागीय कर्मी भनक के बावजूद भी चैन से बैठे हुए हैं. गुरुवार को जीतपुर फीडर के पूर्वी तटबंध पर पानी के बढ़ते दबाव और रिसाव होने पर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी त्रिवेणीगंज लघु सिंचाई विभाग को दी. सूचना पाकर विभाग केकर्मियों द्वारा जीतपुर फीडर के पूर्वी तटबंध पर 10 से 15 सैड बैंग लगाकर खानापूर्ति कर चल दिया.
इस बावत ग्रामीण व जदयू प्रखंड अध्यक्ष पारसमणि आजाद, सरपंच पति अरविंद यादव, सुरेन्द्र यादव, किशोर कुमार, महेश यादव, ललित नारायण यादव, योगेन्द्र यादव, अरविंद सरदार, सदानंद यादव, कालीकांत झा, बिन्देश्वरी यादव, महेन्द्र ऋषिदेव, सुरेंद्र कुमार, अरूण कुमार, विनय कुमार आदि ने बताया कि अभी भी पानी का काफी दबाव है. जानकारी देने के बाद पदाधिकारी आकर कुछ सैड बैग लगाकर चले गये. जबकि पूर्वी तटबंध अभी भी खतरे से खाली नहीं है. बारिश भी लगातार हो रही है. यदि यह तटबंध टूट जाता है तो बहुत परिवार बेघर हो जाएंगे और खेत मे लगे फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे और ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग किया है कि अविलंब पूर्वी तटबंध को मजबूती के साथ बांधा जाय जिससे हमलोग सुरक्षित रहें.
ग्रामीणों ने बताया कि नहर में पानी छोड़े जाने से पहले विभाग के द्वारा किसी भी नहर का मरम्मत नहीं किया गया है. इधर शंकरपुर उपवितरणी नहर भी लगातार दो तीन दिनों से टूट रहा है. जिसपर विभाग के द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. इस बावत सिंचाई विभाग के जेई ऋषि सिंह ने कहा कि जीतपुर फीडर के समीप पूर्वी तटबंध पर सैड बैग कार्य किया गया है और मिट्टीकरण भी किया जाएगा. अभी भी कार्य किया जा रहा है, पुनः आकर देख रहे हैं.

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