पौधारोपण की शुरुआत प्रखंड प्रमुख चंन्द्रकला देवी ने किया. इस अवसर पर प्रमुख चंन्द्रकला देवी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि वटवृक्ष की टहनियों को तोड़ कर पूजा करने वाले सभी महिलाएं वटवृक्ष के पौधों को पूजा में शामिल कर उनको सुरक्षित जगह पर लगाकर पेड़ बनाने में अपना सहयोग देने का आहवान किया. जिससे हम अपने संस्कृति को सहेजने में भी मददगार साबित होंगे और ऑक्सीजन की कमी की भी भरपाई करने में मदद मिलेगी.
वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष अरविंद प्राणसुखका ने बताया कि वटवृक्ष भारतीय संस्कृति में समस्त मनोकामनएं पूर्ण करने वाला सनातनी पेड़ माना जाता है, जो 24 घंटे हमें आक्सीजन मुहैया कराती है. श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के तहत वृक्षारोपण सामूहिक यज्ञ के समान है. मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल ने कहा कि आज पूजा के लिए भी खोजने पर वटवृक्ष नहीं मिलता है. इसी को ध्यान में रखते हुए मिशन के द्वारा वटवृक्ष लगाने के लिए आवश्यक पहल की गई है. मिशन के पर्यावरण संरक्षण प्रभारी मनीष आनंद ने कहा कि मिशन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के तहत लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.
पौधारोपण को सुधा देवी, सुमन देवी, कृति भारती, पिंकी देवी, शिल्पा भारती, मंजू कुमारी, पुजा कुमारी, श्रीलता कुमारी, खुशबू कुमारी, पिंकी कुमारी, सबिता कुमारी, राम स्नेही सिंह, मनोज ठाकुर, अनुज कुमार सिंह, मनीष आनंद, सत्यम कुमार, मुकेश कुमार, गौरव कुमार झा, आनंद कुमार भगत आदि ने गति दी.
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