मौके पर संवेदना व्यक्त करते हुए के.पी. महाविद्यालय के सेवानिवृत्त संस्थापक प्राध्यापक प्रो. नगेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि डॉ रवि मधेपुरा जिले के हिंदी के एक विद्वान शिक्षक ही नहीं बल्कि एक कुशल राजनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने विश्वविद्यालय के स्थापना काल में कुलपति के पद पर रह कर शिक्षा जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है.
अर्थशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. त्रिवेणी प्रसाद साह ने कहा कि अपनी मृदुभाषी वाकपटुता के कारण वे विश्वविद्यालय में काफी लोकप्रिय थे. जब वे राजनीतिक जीवन में आए तो जन-जन में लोकप्रिय बने रहे.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रोफेसर नगेंद्र प्रसाद यादव, त्रिवेणी प्रसाद, प्रो. डी.एन. राम, डॉ मीरा रानी, डॉ अनंत कुमार, पूर्व कुलपति बीएन मंडल विश्वविद्यालय प्रो. नरेश मोहन ठाकुर, प्रो. सत्येंद्र कुमार, प्रो. हरि प्रसाद यादव, प्रो. रामदेव यादव, प्रो. चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, डॉ जयनंदन प्रसाद यादव, डॉ जनार्दन प्रसाद यादव, प्रो. रामशरण प्रसाद यादव, कपिल देव प्रसाद यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव, जयंत माझी आदि ने गहरी संवेदना व्यक्त की.

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