शोक सभा में सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले के जिलाध्यक्ष और संगठन के सदस्य सहित भारी संख्या में वैश्य नेता शामिल हुए.
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री साह ने कहा कि ई. भोला बाबू संगठन के मजबूरी के प्रतिबंध थे. वहीं वैश्य समाज के होनहार और तेजस्वी युवक को कोरोना ने अपने चपेट ले लिया. दोनों की आकस्मिक निधन से वैश्य समाज को भारी क्षति हुई है, जिसकी भरपाई सम्भव नहीं है. सहरसा के जिला अध्यक्ष मोहन साह ने कहा कि ई. स्व. साह और मैनेजर स्व. साह के आकस्मिक निधन ने वैश्य समाज के प्रति संघर्षरत योद्धा को खो दिया है.
सुपौल जिलाध्यक्ष अधिवक्ता राम बाबू ने कहा कि वैश्य समाज ने एक साथ दो चमकता सितारा खो दिया. ईश्वर उनके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. नगर अध्यक्ष जय कुमार साह ने कहा कि वैश्य समाज दो ऐसे संगठन के प्रति सदा जागरूक रहने वाले नेतृत्व को खो दिया जिसकी आज जरूरत थी.
मौके पर संगठन के राम नरेश साह, हरि नन्दन हर्ष, नारायण साह, संजय साह अजय कुमार साह, सन्तोष कुमार लड्डू, अशोक कुमार साह, अजय कुमार, गनपत साह, महानन्द झा, डा. मदन कुमार सिंह, पवन कुमार गुप्ता, राजेश कुमार, गणेश कुमार पीटर आदि ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके कार्यो को लम्बे समय तक याद किया जायेगा.

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