इस कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा नेता प्रिंस गौतम के द्वारा किया गया. इस शोक सभा में 2 मिनट का मौन रखते हुए फ्रेंड्स ऑफ रणवीर सेना के अध्यक्ष रणवीर यादव की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई. इस अवसर पर प्रिंस गौतम ने कहा कि रणवीर यादव के आदर्श, विचार, सिद्धान्त, कर्म और उनके उसूलों के अनुरूप उनके पद चिन्हों पर चलकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है.
ज्ञात हो कि रणवीर यादव का जन्म खजुराहा गाँव में हुआ. पिता विजेन्द्र यादव के सबसे बड़े पुत्र थे. इसी खजुराहा के मिट्टी में पल-बढ़कर बड़े हुए. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा अपने गांव खजुराहा से ग्रहण करने के बाद उच्च शिक्षा मधेपुरा, कटिहार व पटना से प्राप्त करने के बाद शुरू से ही अपने पूर्वजों खास कर अपने बड़े पापा स्व० सियाराम यादव की तरह समाजसेवा में जुट गये. रणवीर यादव ने अपनी कर्मभूमि मधेपुरा को चुना. इसके लिए उन्होंने फ्रेंड्स ऑफ रणवीर सेना का गठन कर युवाओं की हर समस्या को दूर किया करते थे. इस संगठन में कोसी, पूर्णियाँ और भागलपुर प्रमंडल के कई हजार युवा जुड़े हुए थे. कहा जाता है कि रणवीर हमेशा अपने साथियों के लिए सर्वस्व न्यौछावर के लिए तैयार रहते थे.
ज्ञात हो कि गत वर्ष मधेपुरा विधानसभा में चुनाव में भी बतौर निर्दलीय उम्मीदवार किस्मत आजमाए थे, जिसमें लोगों का अच्छा ख़ासा विश्वास भी प्राप्त हुआ था.
स्वास्थ्य लाभ के लिए बराबर दिल्ली जाते रहते थे. इस बार अचानक दिल्ली में ही तबियत बिगड़ जाने से दिल्ली के अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, जाप अध्यक्ष पप्पू यादव, मधेपुरा विधायक प्रो. चंद्रशेखर यादव के संयुक्त पहल पर 20 अप्रैल को पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवया गया. जहाँ पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण से 22 अप्रैल 2021 को अंतिम सांस ली. रणवीर यादव की मृत्यु की खबर लोगों में आग की तरह फैल गई. इस घटना से रणवीर यादव की माँ, पत्नी, छोटे भाई का रोते-रोते बुरा हाल हो गया. रणवीर यादव अपने पीछे एक 4 साल की पुत्री को छोड़ गये हैं. उस दिन से सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले लगातार अपने-अपने तरीके से श्रंद्धाजलि दे रहें हैं.
सोनवर्षा उप प्रमुख प्रतिनिधि सह राजद नेता चन्दन यादव ने कहा कि रणवीर सिर्फ मेरा भाई ही नहीं था बल्कि कोसी प्रमंडल सहित कई प्रमंडल के युवाओं का भाई था. शायद इसीलिए रणवीर के इस दुनियाँ से गुजरने से जितना मुझे और मेरे परिवार को गम है उससे भी ज्यादा गम हजारों युवाओं को है.
आज के इस शोक सभा में मुख्य रूप से विष्णुपुर पं. के पैक्स अध्यक्ष पप्पू यादव, प्रो. मनीष यादव, नीरज यादव, ब्रजेश कुमार, चन्देश्वरी महतो, बिहार पुलिस अंकुश, शशि यादव, राजेश, गुड्डू, आलोक, मंटू, मुरारी, कौशल, आलोक, सिंटू, अरविंद यादव, कारी यादव, देवेश, भवेश, सुभाष, मनीष, कुणाल व सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. लगातार पिछले दिनों से भाड़ी संख्या में शोकाकुल परिवार के यहाँ क्षेत्रीय राजनीतिक दलों एवं आम लोगों का आना-जाना लगा हुआ है.
(नि. सं.)

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