फायनांस कंपनी में डाका मामले का उद्भेदन: छ: अपराधी गिरफ्तार, लूट की राशि बरामद

मधेपुरा पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुए डाका कांड का उद्भेदन कर घटना में शामिल छ: बदमाशों को गिरफ्तार कर तथा लूट की राशि बरामद कर एक बड़ी सफलता हासिल किया. घटना में शामिल अन्तर्जिला गिरोह का खुलासा हुआ है

मालूम हो कि 9 अप्रैल को दिन के 9:20 बजे शहर के बस स्टैंड के पास भारत फाइनेंस कम्पनी के दफ्तर में दिन दहाड़े डाका डाल कर, कम्पनी के कर्मी को बंधक बनाकर कर कैश से भरी तिजोरी अपने बाइक पर उठा ले गये थे. घटना में पांच बाइक सवार बदमाश शामिल थे. दिन दहाड़े घटित घटना को अंजाम देकर बदमाशों ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पूरी पोल खोल दी थी. घटना के बाद एसपी ने मधेपुरा और उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीम गठित कर एक दर्जन थानाध्यक्ष और पुलिस पदाधिकारी तथा कमांडो दस्ता को बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही कैश भी बरामद करने की एक बड़ी जिम्मेदारी दी गयी. टीम ने एक सप्ताह के अन्दर बदमाशों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है.

एसपी योगेन्द्र कुमार ने गुरुवार को एसपी कार्यालय में मामले का खुलासा करते हुए  कहा कि पुलिस के लिए इस घटना का उद्भेदन एक बड़ी चुनौती थी. मामले का उद्भेदन के लिए एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व में टीम गठित किया गया. जिसमें सदर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, ह्दय लाल राम, राम बच्चन प्रसाद, कमांडो हेड विपिन कुमार, टेक्निकल सेल के  धीरेन्द्र कुमार सहित पुलिस बल को शामिल किया गया था. टीम द्वारा घटना का वैज्ञानिक अनुसंधान करने पर घटना में कम्पनी के कर्मी की संलिप्तता सामने आई. तत्काल कम्पनी के एक कलेक्शन एजेन्ट सहरसा जिले के नवहट्टा निवासी अभिषेक उर्फ कुणाल को हिरासत में लिया और पूछताछ में सारे  मामले का खुलासा करते हुए बताया कि घटना में आठ लोग शामिल थे. वह घटना मे रेकी करने का काम किया था. पुलिस ने कुणाल को गिरफ्तार कर लिया.

एसपी ने बताया कि घटना से पहले ऑफिस का रेकी किया गया, फिर घटना को अंजाम  दिया गया.

गिरफ्तार कलेक्शन एजेन्ट के निशानदेही पर सहरसा पुलिस की मदद से कुणाल के दोस्त मो. कौशर को सहरसा के वार्ड नंबर 39 सुबेदारी टोला से संत राज को गिरफ्तार किया और घटना में शामिल बुलेट बाइक और लूट का 50 हजार रूपया बरामद किया गया. पुलिस संत राज के निशानदेही पर उनका एक साथी विकाश कुमार को भी गिरफ्तार किया और उसके निशानदेही पर सिमराहा वार्ड नंबर 35 से अमित आनन्द को लूट के पचास हजार रूपया के साथ गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार बदमाशों से कड़ाई से पूछताछ की तो घटना में शामिल एक फर्जी पत्रकार के नाम का खुलासा किया तो पुलिस ने सहरसा के तिवारी टोला वार्ड नंबर 33 निवासी कन्हैया कुमार के घर छापेमारी किया तो आरोपी साड़ी पहन कर परिवार के महिला के साथ सो गया. घर की महिला पुलिस को महिला का होने का हवाला देकर गिरफ्तारी में बाधक बनी लेकिन पुलिस को पुख्ता जानकारी थी कि महिला के साथ आरोपी है. आखिरकार महिला पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया. घर की तलाशी में लूट का 72 हजार रूपया बरामद हुआ.

पुलिस ने गिरफ्तार कर बदमाश से पूछताछ की तो पता चला कि कम्पनी के लूट का तिजोरी बिहारीगंज थाना क्षेत्र के सरोनी गांव में गिरफ्तार फर्जी पत्रकार कन्हैया का जीजा जो अमर के घर पर है. पुलिस ने तत्काल अमर के घर छापेमारी की तो अमर घर से फरार था. तिजोरी नहीं मिला लेकिन घर की तलाशी ली तो घटना में शामिल एक लोडेड हथियार बरामद हुआ. पुलिस को गिरफ्तार बदमाश ने बताया कि अमर ने तिजोरी किसी खेत में गाड़ दिया. फिर पुलिस ने मेटल डिटेक्टर के जरिये आसपास के खेत का जांच किया तो तिजोरी का पता चला. फिर जेसीबी के जरिये तिजोरी निकाला जो कई टुकड़े में पाया गया.

एसपी ने बताया कि अपराधियों ने अमर के घर पर तिजोरी को तोड़कर रूपया निकाल कर पुलिस के भय से तिजोरी को खेत मे छुपा दिया था. एसपी ने बताया कि घटना में कुल आठ बदमाश शामिल थे. छह को गिरफ्तार किया गया है और दो फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

एसपी ने बताया कि पुलिस ने लूट के 1 लाख 72 हजार रूपये, घटना में शामिल दो बाइक, पांच मोबाइल जो घटना में प्रयोग हुआ था, तिजोरी के टुकड़े पार्ट्स, एक लोडेड पिस्टल, 4 गोली बरामद किया. शेष राशि की बरामदगी के लिए पुलिस अनुसंधान कर रही है.

एसपी ने बताया कि जांच में पता चला कि कलेक्शन एजेंट कुणाल ने जिस-जिस कम्पनी में जहां-जहाँ काम किया वहां-वहां लूट की घटना हुई है. वैसे जगहों का भी पता किया जा रहा है ताकि वहां की पुलिस को जानकारी दी जाय.

एसपी ने बताया कि फर्जी पत्रकार एक कोशी लाइव नामक पोर्टल चलाता था. जांच में पता चला कि उसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था, फर्जी चलता था. एसपी ने कहा कि कुछ फर्जी पत्रकार गलत कार्यो में लिप्त रहते हैं और पुलिस से बचने के लिए आई कार्ड इस्तेमाल करते हैं. ऐसे पत्रकारों की जांच का आदेश सभी थानाध्यक्षों को दिया गया है, पकड़े जाने पर कारवाई की जाएगी.

लूट में शामिल तीन अपराधियों की सहरसा पुलिस लम्बे समय से तलाश कर रही थी

फाइनेंस कम्पनी लूट कांड में अन्तर्जिला गिरोह शामिल थे. घटना में शामिल आठ अपराधी थे जिसमें सात की पहचान सहरसा जिले के निवासी के रूप में हुई है. जिसमें छह अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है. शेष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.

गिरफ्तार तीन अपराधी सहरसा जिले में हत्या और लूट में नामजद अभियुक्त है. जिसको सहरसा पुलिस लम्बे समय से तलाश कर रही थी. जिसमें शामिल हैं सहरसा के सुबेदारी टोला के स्व. राजेश्वर दास पुत्र संत राज, स्व. श्याम सुन्दर दास का पुत्र विकास कुमार, तीसरा तिवारी टोला का मनोज कुमार मिश्रा का पुत्र कन्हैया कुमार.

टीम होगी पुरस्कृत

लूट का खुलासा करने वाले पुलिस को पुलिस मुख्यालय की ओर से तथा अपने स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा.आयोजित पत्रकार सम्मेलन में एसडीपीओ अजय नारायण यादव, सदर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, ह्रदय लाल राम सहित अन्य उपस्थित थे.



फायनांस कंपनी में डाका मामले का उद्भेदन: छ: अपराधी गिरफ्तार, लूट की राशि बरामद फायनांस कंपनी में डाका मामले का उद्भेदन: छ: अपराधी गिरफ्तार, लूट की राशि बरामद Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 15, 2021 Rating: 5

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