शोभायात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल हुए. वहीं लगभग 5000 महिलाएं नव परिधान से सुसज्जित होकर अपने माथे पर कलश लिए हुए. श्रद्धालु देवराहा बाबा की जय, त्रिकालदर्शी बाबा की जय, संत श्री देवराहाशिवनाथदासजी महाराज की जय, जय श्री राम हर-हर महादेव इत्यादि का गगन भेदी उद्घोष कर रहे थे. इससे सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया.
वहीं भक्तगण हर घर भगवा छायेगा, राम राज आ जाएगा, श्री राम, जानकी बसे हैं मेरे सीने में, इत्यादि भक्ति गीतों के धुन पर थिरक रहे थे. वहीं यह भव्य शोभायात्रा बाबा सर्वेश्वर नाथ मंदिर से शुरू होकर, बीआरसी चौक, पोस्ट आफिस रोड, बाजार, दक्षिणी पंचायत, बीआरसी चौक होते हुए पुनः यज्ञस्थल पहुंची, जहाँ पर जाकर यह भव्य शोभायात्रा एक सभा में तब्दील हो गई. वहीं श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत श्री देवराहाशिवनाथदासजी महाराज ने कहा कि वैदिक यज्ञ भगवान श्रीराम के अवतार लेने से पहले से ही होता रहा है. भगवान राम का प्रकटीकरण यज्ञ के द्वारा ही हुआ था।यज्ञ में भाग लेने से, दान करने से और यज्ञमंडप की परिक्रमा करने से जीव का कल्याण होता है और साथ ही साथ जीव त्रिताप दैहिक, दैविक और भौतिक तापों से मुक्त हो जाता है. इसके साथ ही साथ जीव को अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति भी होती है.
वहीं यह महायज्ञ 11 मार्च से 15 मार्च तक चलेगा. कल इस महायज्ञ में काशी के परमाचार्य पंडित डॉक्टर भूपेन्द्र पांडे व उनके सहयोगियों के द्वारा वैदिक रीति से अरणि मंथन होगा और इसके साथ यज्ञमंडप की परिक्रमा श्रद्धालु भक्त करेंगे और संध्या बेला में अयोध्या के निभा भारती के द्वारा प्रवचन नित्य चार दिनों तक होगा और इसके साथ ही साथ श्रद्धालुओं के द्वारा भजन कीर्तन होगा. इस विष्णु यज्ञ में काशी बनारस, अयोध्या, आरा, बक्सर पटना, छपरा, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, रांची, रामगढ़, हजारीबाग चंडीगढ़, पंजाब और दिल्ली के हजारों श्रद्धालु भक्त शामिल हुए.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
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