बैठक में बीडीओ, पीओ और मुखिया ने जॉब कार्डधारियों से बातचीत शुरू की. इस दौरान मजदूरों और मुखिया के समर्थकों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते कहासुनी मारपीट का रूप धारण कर लिया. दोनों ओर से जमकर मारपीट हुई. मारपीट होते देख सभी पदाधिकारी बिना बातचीत के ही वहां से लौट गए.
बताया गया कि पिछले दिनों परसा पंचायत के रामजानकी ठाकुरबाड़ी में बन रहे पोखर में बाहरी मजदूर और ट्रैक्टर से कार्य होता देख स्थानीय मजदूरों ने विरोध किया था. जिसके बाद मामला डीएम के संज्ञान में जाने के बाद काम को रोक दिया गया था. रविवार को सैकड़ों जॉब कार्डधारियों ने मिट्टी कटाई स्थल पर पहुंचकर स्थानीय प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया था. जॉब कार्डधारियों ने कहा कि वे लोग स्थानीय प्रशासन के अनदेखी के शिकार हो रहे हैं. उनलोगों के रहते हुए भी बाहरी लोगों को मंगाकर ट्रैक्टर से मिट्टी कटाई की गई. पिछले पांच वर्षों से उनलोगों को कोई काम नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर कार्डधारियों ने रविवार को डीएम को आवेदन भी दिया था. जिसमें कहा गया था कि पांच मार्च तक अगर उनलोगों को काम नहीं मिलता है तो प्रखंड कार्यालय का घेराव करेंगे. लोगों ने मुखिया पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था कि मुखिया उन लोगों की बात को सुनना नहीं चाहते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार के सौजन्य से उन लोगों को आजतक कुछ नहीं मिला है.
मौके पर बीडीओ सरस्वती कुमारी, पीओ मनोज कुमार, मुखिया बैद्यनाथ प्रसाद यादव, पूर्व मुखिया सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

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