भारत बंद का आह्वान: महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन

मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत  महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने उदाकिशुनगंज  विजय घाट मुख्य मार्ग ग़ांधी चौक के पास एस एच 58 को जाम कर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर सरकार के विरुद्ध नारे लगाए.

मुख्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन की वजह से एस एच 58 पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी जिससे राहगीरों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. कार्यकर्ताओं ने ने घंटों सड़क को जाम कर सरकार विरोधी  नारे लगाए  तथा विरोध प्रदर्शन किए. जिसमें राजद, भाकपा, माले, कांग्रेस, जाप कार्यकर्ताओं  ने भाग लिया. जाप कार्यकर्ता अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के इशारे पर  विधानसभा में  विपक्ष के विधायकों के साथ  पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज कराया गया. नीतीश कुमार के जैसा बेशर्म मुख्यमंत्री आज तक हमने नहीं देखा. कहा कि विधानसभा को कानून का मंदिर कहा जाता है,  आज तक के इतिहास में ऐसा कभी भी नहीं हुआ जहां पुलिस  विधायकों को खींचकर, निकाल कर उनके ऊपर लाठी डंडे से प्रहार कर बर्बरता की हो. यह सब बिहार सरकार के  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के  इशारे पर किया गया है. अगर इस तरह की लाठीचार्ज अगर वर्तमान सरकार या उनके सहयोगी विधायक के साथ मार पीट किया जाता तो आज यह लोग सड़क पर नागिन डांस करते नजर आते और बड़े-बड़े  बिकाऊ मीडिया  के एंकर  ऐसे उछलते आँख लाल पीले करते, उल्टे सीधे सवाल करते, लेकिन आज मौन बनी है। इन्हें बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी।  कांग्रेस नेता शंभू प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार सरकार पहले तो किसानों के तीनों काले कानून वापस करने के लिए अपने तरफ से भारत सरकार को कहे. साथ ही साथ यह जो पुलिस के लिए नया कानून लागू किया गया है उसको भी वापस ले. पुलिस प्रशासन तो ऐसे ही बेवजह आम जनता ओं के साथ दुर्व्यवहार करती है. इस कानून के आ जाने के बाद वह किसी भी आम इंसान को कभी भी मौत की घाट सुला देगी. इसलिए यह काला कानून वापस करें बिहार सरकार, नहीं तो महागठबंधन चरणबद्ध  आंदोलन  करती रहेगी. 

वहीं राजद के मोहम्मद फारूक अली ने कहा कि नीतीश कुमार जो विधायकों के ऊपर  लाठी बरसाया है उसके लिए वह माफी मांगे. सीपीआई के रामदेव सिंह ने कहा कि  यह सरकार तानाशाह सरकार है, किसान विरोधी सरकार है. यह सरकार अंबानी और अडानी का गुलाम बन चुकी है. सीपीआईएम के  मुन्ना जयसवाल ने कहा कि  पिछले कई महीनों से किसान  कृषि  कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और कितने किसान की जाने भी जा चुकी है. लेकिन यह  तानाशाही सरकार जो है  इस इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है और यह जब तक तीनों किसी कानून वापस नहीं होगा इसी तरह से आंदोलन चलता रहेगा. यह तानाशाही नहीं चलेगी. किसान बिल के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.

 इस अवसर पर  राजद के प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद मार्शल, सुधीर सिंह, गुड्डू यादव, प्रमोद, मार्शल यादव, जाप के मोहम्मद पप्पू, रितेश कुमार, अमन कुमार, बशीर आलम, सीपीआई के गणेश सिंह, मुन्ना जयसवाल, बाबूलाल मंडल, चंद्रशेखर आदि मौजूद थे.



भारत बंद का आह्वान: महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन भारत बंद का आह्वान: महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 26, 2021 Rating: 5

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