जानकारी मिली कि लक्ष्य के विरूद्ध मानव दिवस सृजन, निर्धारित संख्या में मजदूरों के लिए ईएमआर निर्गत करना, ससमय मजदूरी भुगतान को सुधारना, वित्तीय वर्ष 2018-2019 सभी कार्य को पूर्ण करना, पौधारोपण की योजनाओं का 100 फीसदी निरीक्षण तथा वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए स्थल निरीक्षण कर प्राक्लन बनवाना और एनएमएमएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और उपस्थितथि दर्ज करना आदि की समीक्षा ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी और मनरेगा के राज्य आयुक्त सी.पी. खंडूजा व मंत्री विजय कुमार के द्वारा की गई जिसके बाद सबों का स्थान देखा गया. कुमारखंड के मनरेगा पीओ को ससमय 100 फीसदी भुगतान समेत अन्य कार्य के बेहतर प्रदर्शन करने को लेकर कुमारखंड प्रखंड का स्थान प्रथम आया है.
इसके बाद किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड का दूसरा, औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड का तीसरा, सारण जिले के इसुआपुर प्रखंड का चौथा स्थान, कटिहार जिले के बलरामपुर प्रखंड का छठा स्थान रहा. जबकि सारण जिले के दिघवारा प्रखंड सातवें पायदान पर रहा. वहीं खराब प्रदर्शन वाले प्रखंड में पश्चिम चंपारण जिले के क्रमशः भितहा प्रखंड का स्थान राज्य में प्रथम, सिकटा प्रखंड का दुसरा, नूतन प्रखंड का तीसरा स्थान रहा. वहीं मधुबनी जिले के लौक प्रखंड का चौथा, पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज प्रखंड का पांचवां, पटना जिले के फुलवारी प्रखंड का छठा और मुजफ्फरपुर जिले के कांटे प्रखंड का स्थान सातवां रहा.
इधर कुमारखंड प्रखंड के मनरेगा पीओ को बेहतर कार्य करने को लेकर बिहार सरकार द्वारा पटना स्थित ज्ञान भवन के मुख्य हॉल में सम्मानित किए जाने पर जिले के पदाधिकारी, मनरेगा कर्मी और जन प्रतिनिधियों ने खुशी का इजहार किया है. मनरेगा पीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत प्रखंड क्षेत्र में संचालित किए जा रहे बेहतर कार्य में पदाधिकारी, कर्मी और पंचायत जनप्रतिनिधि का भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन मिलता रहा है. आगे भी हम इसी तरह बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करेंगे.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी)

No comments: