धरना स्थल पर एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कॉमरेड भारत भूषण सिंह एवं एक्टू के जिला संयोजक कामरेड रामचंद्र दास ने कहा कि आज पूरे बिहार में खेग्रामस एवं मनरेगा मजदूर सभा का बेरोजगार दिवस के रूप में धरना प्रदर्शन के माध्यम से एक मांग पत्र समर्पित किया जा रहा है. जिला संयोजक ने बताया कि सरकार द्वारा रोजगार समाप्त कर दिया गया है. 50 वर्ष के उम्र वाले कर्मचारी की छटनी की जा रही है. सरकार द्वारा सभी सरकारी संसाधन को निजी हाथों में दे दिया गया है. सरकारी नौकरी अब निजी नौकरी में बदल दिया गया है. चार कोड वाले बिल लाकर सरकार मजदूरों को बेरोजगारी में धकेलने का काम कर रही है. मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. अब जरूरत है मजदूरों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की. वहीं कॉमरेड के.के. सिंह राठौड़ ने कहा कि सरकार मजदूरों को काम नहीं दे रही है. मनरेगा योजना लूट का अड्डा बन गया है. शहर में आपराधिक घटना दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. भूमिहीनों को भूमि नहीं दिया जा रहा है.
मनरेगा पदाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मुख्य रूप से 8 मांगे रखी गई-
मनरेगा में काम करने वाले सभी महिला पुरुषों को 200 दिन काम का ₹500 प्रतिदिन मजदूरी के हिसाब से दे.
जॉब कार्ड दो.
काम दो, काम नहीं तो भत्ता दो.
सभी मजदूरों का कल्याणकारी बोर्ड में निबंधन करो.
मजदूरों का कार्ड मजदूरों के घर नीति को लागू करो.
सभी भूमिहीनों को बास हेतु 10 डिसमिल जमीन दो तथा कृषि के लिए एक एकड़ कृषि भूमि दो.
चार लेबर काले वाले बिल वापस लो, कृषि विरोधी काला कानून वापस लो,
गांव में गरीबों का बिजली बिल माफ करो.
मौके पर सीताराम रजक, बेचन मंडल, मनोज मुखिया, नूतन कुमार, दिनेश राम, शिवानंद मुखिया, मो. अताउल, भीखन, रंजन देवी, खोया देवी, सुशीला देवी, सुशील कुमार, विजय कुमार यादव, कुंदन देवी, दिनेश मंडल, रघु कुमार, विजय कुमार, लखन यादव, उमेश कुमार, दिनेश मंडल, ॠतिक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता आज के धरना प्रदर्शन में उपस्थित थे.
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