उद्घाटन समारोह को जिप अध्यक्ष नूतन कुमारी सहित अन्य ने भी संबोधित किया. संबोधन में नूतन कुमारी ने कहा कि लोक आस्था व धार्मिक महत्व वाले इस भगैत का कोसी और मिथिलांचल की लोक संस्कृति व परंपरा के रूप में स्थापित सामा चकेवा जट जटिन डोमकक्ष, झरनी, लोक नृत्य का भी गूंज लोगों के कानों में अब कम सुनाई पड़ने लगा है. जरूरत है इसे स्थापित करने की जिससे आने वाली पीढ़ी अपनी लोक संस्कृति से रूबरू हो सके.
वहीं आयोजन कर्ता श्री भूदेव प्रसाद यादव ने बताया कि बाहर से आए हुए भक्तों के लिए भोजन का भी उत्तम व्यवस्था है. अतिथि को शुद्ध भोजन भी करवाया जा रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि सुभाष पनियार, रुदल पनियार, दीपेन पनियार, रीना भारती, रिता भारती, संगीता भारती, खुशबू भारती, रेनू भारती, रामदुलारी, मिंटू पनियार, श्याम पनियार, संतोष बनिया, ब्रजेश पनियार, बाबा जी पनियार, मनोज पनियार, रमेश बनिया, रामकुमार पनियार, रविन्द्र बनिया आदि अपने कला का प्रदर्शन करेंगे.
इस दौरान समारोह में मौजूद अतिथियों का स्वागत श्री भूदेव प्रसाद यादव के नेतृत्व में सम्मेलन आयोजन समितियों द्वारा माला पहनाकर किया गया. मौके पर पंचायत के मुखिया अनन्त मंडल, आयोजन कर्ता अंजनी कुमा,र दीपक कुमार, फुल बाबू, सुभाष कुमार, शंभु मुखिया, परमेश्वरी यादव, अर्जुन यादव, रामकुमार यादव, पूर्व सरपंच रूबी कुमारी, पूजा कुमारी सहित अन्य आसपास के ग्रामीण व भगैत मंडली मौजूद थे.

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