बताते चलें कि दवा व्यवसायी पर जान लेवा हमला के बाद अपराधियों को ढूँढने के लिए पुलिस के पास साक्ष्य के नाम पर शुरू में कुछ नहीं था और अपराधी भी इतने शातिर थे कि सुराग तक नही छोड़ा. पूछताछ में पीड़ित से भी पुलिस को कुछ हाथ नहीं आया । पुलिस को इस मामले का खुलासा करना बड़ी चुनौती थी लेकिन पुलिस अधीक्षक का हौसला कभी कम नहीं हुआ. मधेपुरा पुलिस घटना के बाद से ही कहती रही कि अपराधी का सुराग पीड़ित के घर में है लेकिन पीड़ित परिवार इस सच को दबाते रहे । पर अब जो खुलासा हुआ है उसे जानकर चौंकना स्वाभाविक है.
एसपी योगेन्द्र कुमार ने एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुए कहा कि पीड़ित प्रेम कुमार सुमन पर अपराधियों ने 1 नवम्बर और 26 नवम्बर को दो बार जानलेवा हमला किया था. पुलिस ने घटना को लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान और पीड़ित के घर हुई घटना का अनुसंधान शुरू किया तो पुलिस के शक की सूई पीड़ित के घर ही जाकर रूक जाती थी । फिर घटना का उद्भेदन के लिए एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व मे अंचल इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार राय, कमांडो विपिन कुमार, विकास कुमार, टेक्निकल सेल के धीरेन्द्र कुमार अन्य को शामिल करने टीम का गठन कर किया. टीम ने 20 दिन में पूरे मामले उद्भेदन किया ।
एसपी ने बताया कि इस मामले अनुसंधान मे पता चला कि घटना मे पीड़ित के घर की एक महिला शामिल है। घटना का मुख्य कारण प्रेम प्रसंग में बाधक बन रहे पीड़ित प्रेम कुमार सुमन थे । पुलिस ने महिला के प्रेमी का मोबाइल लोकेशन पता किया और सुपौल जिले के पीपरा थाना के रामनगर गांव के सौरभ कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया। उनके निशानदेही पर साहुगढ़ के जानकी टोला के अमित कुमार को गिरफ्तार किया। दोनों ने पूछताछ में पहले पुलिस को बरगलाने की कोशिश लेकिन जल्द ही वो टूट गए और सारा सच खोल दिया।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी ने पूछताछ में बताया सौरभ का प्रेम कुमार सुमन के घर की एक महिला सदस्य से पिछले दो वर्षो से प्रेम प्रसंग चल रहा था. एक बार सुमन ने सौरभ को रंगे हाथ घर में पकड़ लिया और सौरभ को डांट फटकार कर भगा दिया। इस घटना के बाद सुमन महिला सदस्य के साथ अक्सर मारपीट करते थे जिसकी जानकारी सौरभ को मिली तो सुमन को रास्ते हटाने के योजना बनाई और अमित से सम्पर्क कर घटना को अंजाम देना 20 हजार रूपये में तय किया और 1 नवम्बर को गोली मारी, जो सुमन के बांह में गोली लगी । पूछताछ में सौरभ ने बताया कि 26 नवम्बर को महिला को फोन कर घर का दरवाजा खुलवाया फिर घर में घुसकर गोली मारी। वहाँ से बाइक से हम और अमित सहित अन्य साथी भाग निकले। अमित ने बताया कि घटना में प्रयोग हुए हथियार घैलाढ़ के रतनपुर गांव मुन्ना कुमार के यहां है। टीम ने तत्काल मुन्ना के घर छापामारी मुन्ना को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया. दूसरा हथियार सौरभ के निशानदेही पर सुपौल जिले के पीपरा थाना क्षेत्र के चौघाड़ा के भगवान दत्त यादव के गमहरिया बाजार स्थित नव निर्माण मकान से बरामद किया।
एसपी ने कहा कि पीड़ित के घर की महिला सदस्य से अपराधी की वार्ता मोबाइल रिकार्ड के साथ गिरफ्तार के जुर्म कबूल का साक्ष्य वीडीयोग्राफी करा कर रखा गया है । एसपी ने बताया कि घटना मे शामिल तीन बदमाश को गिरफ्तार करते घटना में प्रयुक्त दो देशी कट्टा, एक खोखा तथा दो मोबाइल बरामद किया गया है ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस मे एसडीपीओ, थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, कमांडो विपिन, विकास, धीरेन्द्र कुमार अन्य भी मौजूद थे ।

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