इस ताजा मामले से एक बात और निकल कर सामने आई है कि शराब माफिया बिहार में शराब के नाम पर जहर परोस रहे हैं. शराबबंदी के चलते चोरी-छिपे शराब पीने वाले लोगों को हरियाणा और बंगाल निर्मित शराब के नाम पर मिलावटी शराब बेची जा रही है. नकली शराब के कारोबार से जुड़े लोगों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. इसका खुलासा तब हुआ जब बुधवार की रात्रि पुरैनी पुलिस द्वारा एक टाटा 407 वाहन से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई. वाहन से मिली शराब की बोतल में हरियाणा, मेघालय, कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों के निर्मित विदेशी शराब का रैपर लगा है. जबकि शराब झारखंड में बनने की बात सामने आई है. पुरैनी पुलिस ने टाटा 407 वाहन में झारखंड से मधेपुरा जिले के शंकरपुर ले जाई जा रही 47 कार्टून नकली शराब बरामद की है. इसके अलावे वाहन चालक और उपचालक को भी गिरफ्तार किया है.
थानाध्यक्ष दीपकचंद्र दास ने बताया कि बुधवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर एस.एच. 58 पर पुरैनी बस स्टैंड के पास एएसआई के.डी. यादव और प्रभाकर राय सहित पुलिस बल के साथ वाहनों की तलाशी ली जा रही थी. इसी दौरान एक झारखंड नम्बर 407 वैन को रुकवाकर तलाशी ली गई तब सीमेंट और भूसा लदे बोरे के नीचे वैन में छिपाकर रखा गया शराब का जखीरा बरामद हुआ. वैन से विदेशी शराब रायल स्टैग की 25 कार्टून में 375ml का 374 बोतल, इम्पीरियल ब्लू 5 कार्टून मे 180 ml 239 बोतल, कैप्टन ब्लू 4 कार्टून में 180 बोतल, रायल चैलेंजर 3 कार्टून में 180 मि.ली. का 144 बोतल, अंग्रेजी शराब मैक्डवैल्स नबर वन 10 कार्टून में 375 मि.ली. का 240 बोतल सहित सभी प्रकार का अंग्रेजी शराब कुल 331.590 लीटर बरामद किया गया. साथ ही बड़ी संख्या में खाली कार्टून, रेपर और बोतल भी बरामद हुआ. वहीं गिरफ्तार दोनों मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना के जीतापुर रहने वाले हैं. जिनका नाम रिशु सिंह और दुर्गेश कुमार है और दोनों ने बताया कि शराब झारखंड के दुमका से मधेपुरा जिले के शंकरपुर ले जाया जा रहा था.
शराब के नाम पर बेची जा रही मौत
ज्यादा मुनाफा के लिए हरियाणा के नाम पर झारखंड में नकली शराब बनाया जा रहा है. शराब के धंधे में खर्च ज्यादा आ रहा है. शराब तस्करी के एजेंट काफी कमाई करते हैं. शराब पहुंचाने वाले वाहन भी सामान्य से पांच गुना ज्यादा भाड़ा लेते हैं. ऐसे में शराब के धंधेबाज अधिक मुनाफा कमाने के लिए नकली शराब की सप्लाय शुरू कर देते हैं. झारखंड में थौक में असली विदेशी शराब का मिलना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में धंधेबाजों ने नकली शराब बनाने और तस्करी करने का आसान रास्ता चुन लिया है. यह काफी नुकसान देह है लेकिन शराब कारोबार से जुड़े लोग इसकी परवाह नहीं कर रहे हैं. पीने वाले भी इसके शिकार हो रहे हैं.
वहीं थानाध्यक्ष दीपक चन्द्र दास ने बताया कि फिलहाल पुलिस नकली शराब के इस धंधे के तार कहां-कहां जुड़ें हैं, इसके लिए हर पहलू से काम कर रही है और पकड़े गए आरोपी को रिमांड पर लेकर जल्द ही इस गिरोह तक पहुंचने के दावे कर रही है.
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