दवा व्यवसायी पर गोलीकांड: न दुश्मनी, न पहचान, न निशान, पुलिस परेशान

मधेपुरा शहर के पश्चिमी बाईपास डा॰आर॰के॰ पप्पू  क्लिनिक से दो सौ मीटर दूर शाम 8:30 बजे बेख़ौफ़ अपराधियों द्वारा दवा के थौक व्यवसायी को घर में घुसकर गोली मारने की घटना से शहर में अचानक दहशत फैल गयी.

जबकि इसी व्यवसायी पर 25 दिन पूर्व बदमाश ने दूकान से लौटने के क्रम में शाम 8:30 बजे गोली चलाई थी. गोली उस समय बांह में लगी थी और कल फिर देर शाम उनके घर में घुसकर अपराधियों ने उनपर गोली चलाई. इस तरह हत्या का प्रयास पुलिस लिए बड़ी चुनौती बन गई है।

घटना की सूचना मिलते ही एसपी योगेन्द्र  कुमार, एसडीपीओ अजय नारायण यादव, प्रभारी थानाध्यक्ष अमित कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल ने घटना स्थल का कोना कोना जांच किया लेकिन  पुलिस को अपराधियों का कोई सुराग हाथ नहीं आया । एसपी ने देर रात 1:30 बजे तक घटना के कारण को ढूढने का अथक प्रयास किया लेकिन असफल रहे, पीड़ित और उनके परिवार से लम्बी पूछताछ की लेकिन अपराधी का सुराग नहीं मिल पाया । पुलिस  के लिए यह घटना एक पहेली बन गई है. पीड़ित के अनुसार उनसे न कोई दुश्मनी, न अपराधी की पहचान, न अपराधी का कोई निशान ने पुलिस को परेशान कर दिया है ।

आम लोगों में चर्चा है कि पुलिस यदि पहले घटित घटना के प्रति गंभीर होती और अपराधी को गिरफ्तार करती तो घटना की पुनरावृत्ति नहीं होती. इस बात को लेकर लोगों में आक्रोश  है।

पुलिस ने इस बार घटना को चुनौती के रूप में लिया है। घटना के 24 घंटे बाद भले अपराधियों का सुराग नहीं मिला हो लेकिन एसडीपीओ अजय नारायण यादव ने पुलिस पदाधिकारी के साथ एक बार फिर शुक्रवार को तीन घंटे तीन टेक्नीकल सेल के पुलिस पदाधिकारी के साथ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगालते रहे और कुछ मीडिया को भी साथ ले गये और पीड़ित के परिजन से पूछताछ  की ।

पुलिस का मानना है कि पीड़ित पुलिस को सहयोग नहीं कर रही और कुछ छुपा रहे हैं जिसके कारण पुलिस को अपराधी तक पहुँचने में दिक्कत हो रही है। एसडीपीओ ने कहा कि पीड़ित और परिवार के बयान कुछ विरोधाभास है ।

उन्होने बताया कि पीडि़त के तरफ से बताया गया कि अपराधी दीवार फांद करआये थे लेकिन जांच में ऐसे तत्व नहीं पाये गये। उन्होने बताया कि पीड़ित का निवास सुरक्षा को लेकर काफी सख्त है, तीन तीन गेट के बाद उनका निवास है. फिर अंजान दो लोग घर में कैसे पहुंच गए । गोली नजदीक से चलाई गई है, गोली दीवार में लगी है । वैसे इन सभी बिन्दू पर जांच जारी है।

एसडीपीओ ने बताया कि पूर्व की घटना में आठ संदिग्ध बदमाश को हिरासत में लेकर लम्बी पूछताछ के बाद पीड़ित की सुरक्षा को देखते तीन संदिग्ध का फोटो पहचान के लिए  भेजा गया लेकिन पीड़ित ने पहचान से इंकार किया ।

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि घटना को लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, टीम अनुसंधान कर रही है । आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज लिए गए हैं, जांच की जा रही है।

दवा व्यवसायी पर गोलीकांड: न दुश्मनी, न पहचान, न निशान, पुलिस परेशान दवा व्यवसायी पर गोलीकांड: न दुश्मनी, न पहचान, न निशान, पुलिस परेशान Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 27, 2020 Rating: 5

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