नामांकन के बाद साकार यादव उतर गए नाले में, कहा नहीं हुआ कोई विकास, टूटी हैं लोगों की उम्मीदें

मधेपुरा विधानसभा चुनाव इस बार बेहद रोमांचक होता जा रहा है. आज नामांकन का अंतिम दिन था और मधेपुरा जिले के चारों विधानसभा के लिए आज अंतिम दिन भी जम कर नामांकन हुआ.


आज आलमनगर विधानसभा के लिए 05, बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र के लिए 15, सिंहेश्वर (अ.जा.) के लिए 06 और मधेपुरा के 14 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया.

जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव के जहाँ ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया सम्पन्न होने की सूचना दी गई वहीं आज लोजपा प्रत्याशी साकार यादव का नामांकन लोगों के आकर्षण रहा. साकार यादव ने नामांकन के बाद मीडिया से बात करते कहा कि इस बार लोगों के पास विकल्प है. दूध फट के पनीर और पानी अलग होगा. चिराग पासवान और साकार यादव पनीर बनकर सामने आएगा. उन्होंने आमलोगों से उन्हें मदद करने की अपील की.

 

 इसके बाद शहर भ्रमण करते वे पूर्णिया गोला के पास एक टूटे बड़े नाले में उतर गए तो लोग अचानक चौंक गए. नाले में जाकर साकार यादव ने कहा कि ये मधेपुरा में मुख्यमंत्री निवास से सौ मीटर की दूरी पर है और यहाँ की स्थिति ऐसी है कि इधर से गुजरने वाले बच्चों को कभी भी बीमारी का खतरा हो सकता है. मुख्यमंत्री जब आते हैं तो इस जगह पर पर्दा लगाकार ढँक दिया जाता है. यहाँ कभी विकास नहीं हुआ है. मैं दर्शाना चाहता हूँ कि मैं इस तरह से मधेपुरा विधानसभा के लिए काम करूँगा. हमें गंदगी में उतर कर गंगी साफ़ करनी है. 

उन्होंने लोगों से अपील की कि अब आपको मुझे समर्थन देना ही चाहिए ताकि हालात बदल सके. साकार यादव ने मौजूद मीडिया से भी अपील की कि वे सच दिखावें. सच टूटी सड़कें हैं, सच बदहाल इलाका है.

नाले में उतरने के बाद लोजपा प्रत्याशी साकार यादव ने क्या कहा, इस वीडियो में सुनें.



नामांकन के बाद साकार यादव उतर गए नाले में, कहा नहीं हुआ कोई विकास, टूटी हैं लोगों की उम्मीदें नामांकन के बाद साकार यादव उतर गए नाले में, कहा नहीं हुआ कोई विकास, टूटी हैं लोगों की उम्मीदें    Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 20, 2020 Rating: 5

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