मधेपुरा पेट्रोल पंप चोरी की घटना में अंतर्राज्यीय गिरोह के होने की पुष्टि और घटना को अंजाम देने हेतु नशीले दवा का प्रयोग करने की बात सामने आने से पुलिस महकमे को चौंका दिया है.
गिरफ्तार बदमाश मो. वाहिद की माने तो घटना में शामिल दो बदमाश में से एक अररिया जिले का तो एक बिहार के मोतिहारी जिले का था, जबकि तीसरा बदमाश यूपी का शामिल था.
उन्होने बताया कि मो. वाहिद दिल्ली में काम करता था. इसी दौरान एक चोरी के मामले में जेल गया था, जहां उसकी मुलाकात यूपी के एक बदमाश और एक मोतिहारी के साथी से मुलाकात हुई और तय हुआ कि जेल से बाहर आने पर जरूरत होने पर याद करेंगे.
लॉकउडान में मो. वाहिद अपने घर आया और अपनी पत्नी के नाम एक छोटी ट्रक खरीदा और ट्रक से माल ढोने का सिलसिला शुरू हुआ तो एक रात पेट्रोल पंप पर देखा कि पंप पूरी रात खुला रहता है और अच्छा खासा रकम भी पंप में रहता है. फिर उनके दिमाग में क्राइम करने का जुनून शुरू हुआ और अपने यूपी और मोतिहारी के दोस्त से सम्पर्क किया और उन्हें बुला लिया फिर उसने ट्रक से पंप को निशाना बनाना शुरू किया. इसी दौरान 30 अगस्त की रात के तीन दिन पूर्व राजपुर में तीनों बदमाशों ने ट्रक से आये और पंप का रेकी किया और पता चला कि पंप 24 घंटे खुली रहती है और फिर घटना को अंजाम दिया.
गिरफ्तार बदमाश की माने तो घटना को अंजाम ट्रक का ईएमआई देने के लिए किया था. वहीं सूत्रों की माने तो बदमाश काफी शातिर था. पुलिस से बचने के लिए ट्रक को एक पंप पर लगाया ताकि किसी को शक नहीं हो लेकिन पंप पर उक्त ट्रक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
तीनों बदमाशों ने तेल लेने के बहाने पंप का रेकी किया. बदमाशों को पता था कि पंप का स्टाफ जिस पानी का इस्तेमाल करता है उसी पानी की मांग करते हुए पानी पीने के बहाने कंटेनर में नशे की गोली डाल दी. जिससे पंप का स्टाफ रात में पानी पी कर बेहोश हो गया और बदमाशों ने घटना को बड़े आराम से अंजाम दिया.
गिरफ्तार बदमाश मो. वाहिद की माने तो घटना में शामिल दो बदमाश में से एक अररिया जिले का तो एक बिहार के मोतिहारी जिले का था, जबकि तीसरा बदमाश यूपी का शामिल था.
उन्होने बताया कि मो. वाहिद दिल्ली में काम करता था. इसी दौरान एक चोरी के मामले में जेल गया था, जहां उसकी मुलाकात यूपी के एक बदमाश और एक मोतिहारी के साथी से मुलाकात हुई और तय हुआ कि जेल से बाहर आने पर जरूरत होने पर याद करेंगे.
लॉकउडान में मो. वाहिद अपने घर आया और अपनी पत्नी के नाम एक छोटी ट्रक खरीदा और ट्रक से माल ढोने का सिलसिला शुरू हुआ तो एक रात पेट्रोल पंप पर देखा कि पंप पूरी रात खुला रहता है और अच्छा खासा रकम भी पंप में रहता है. फिर उनके दिमाग में क्राइम करने का जुनून शुरू हुआ और अपने यूपी और मोतिहारी के दोस्त से सम्पर्क किया और उन्हें बुला लिया फिर उसने ट्रक से पंप को निशाना बनाना शुरू किया. इसी दौरान 30 अगस्त की रात के तीन दिन पूर्व राजपुर में तीनों बदमाशों ने ट्रक से आये और पंप का रेकी किया और पता चला कि पंप 24 घंटे खुली रहती है और फिर घटना को अंजाम दिया.
गिरफ्तार बदमाश की माने तो घटना को अंजाम ट्रक का ईएमआई देने के लिए किया था. वहीं सूत्रों की माने तो बदमाश काफी शातिर था. पुलिस से बचने के लिए ट्रक को एक पंप पर लगाया ताकि किसी को शक नहीं हो लेकिन पंप पर उक्त ट्रक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
तीनों बदमाशों ने तेल लेने के बहाने पंप का रेकी किया. बदमाशों को पता था कि पंप का स्टाफ जिस पानी का इस्तेमाल करता है उसी पानी की मांग करते हुए पानी पीने के बहाने कंटेनर में नशे की गोली डाल दी. जिससे पंप का स्टाफ रात में पानी पी कर बेहोश हो गया और बदमाशों ने घटना को बड़े आराम से अंजाम दिया.
घटना के नये तरीके को देख कर पुलिस परेशान, पेट्रोल पंप चोरी में नशीली दवा का इस्तेमाल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 07, 2020
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