सत्यनारायण यादव हत्याकांड: पूर्व एसडीपीओ के पर्यवेक्षण रिपोर्ट के खिलाफ जारी आमरण अनशन

मधेपुरा जिले के भर्राही थाना क्षेत्र के भदौल वार्ड संख्या-5 में 03 जुलाई 2020 को हुई सत्यनारायण यादव हत्याकांड में शामिल 17 में से 12 आरोपियों के नाम हटा दिए जाने के बाद आक्रोशित परिजनों ने आंदोलन शुरु कर दिया है. 

परिजनों ने सोमवार से जिला मुख्यालय स्थित कला भवन परिसर में अनिश्चिकालीन आमरण अनशन शुरु कर दिया है. आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक मामले का निष्पक्ष जांच एसपी द्वारा नहीं की जाती है तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. 

आमरण अनशन में शामिल भदौल निवासी मुकेश कुमार, बीरेंद्र यादव, संतोष यादव, सुधीर यादव, अमरदीप यादव, शंभू यादव, जवाहर यादव, किट्टू कुमार, अरविंद यादव, राजेश यादव, गोपाल यादव, राजेंद्र यादव, बबलू यादव, नारायण यादव, जगदेव यादव, मोती यादव, बिंदा देवी, तेतरी देवी, अनिता देवी, अन्नू देवी, रिंकु कुमारी, आशा देवी, बिंकी देवी तथा सुनीता देवी ने कहा कि सत्यनारायण यादव हत्याकांड में वादी मुकेश के आवेदन पर 17 आरोपियों के खिलाफ भर्राही ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. 

वहीं जब पूर्व एसडीपीओ वसी अहमद के द्वारा घटना का पर्यवेक्षण किया गया तो उन्होंने हत्याकांड में आरोपित वकील यादव, सुरेंद्र यादव, शाही यादव, अभिमन्यू कुमार, दिपेश यादव, संबुल यादव, लखन यादव, मनीष कुमार, रंजेश यादव, निर्मला देवी, हीरा देवी तथा प्रियंका देवी का नाम कोई न कोई कारण बताते हुए हटा दिया, जो बिल्कुल गलत है. इस तरह आरोपियों के नाम हटाने से उनकी हिम्मत बढ़ गयी है और वे एकजुट होकर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. आरोपियों का कहना है कि जब केस वापस नहीं लेंगे तो इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
सत्यनारायण यादव हत्याकांड: पूर्व एसडीपीओ के पर्यवेक्षण रिपोर्ट के खिलाफ जारी आमरण अनशन सत्यनारायण यादव हत्याकांड: पूर्व एसडीपीओ के पर्यवेक्षण रिपोर्ट के खिलाफ जारी आमरण अनशन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 01, 2020 Rating: 5

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