पंचायत समिति की बैठक में गरमाया रहा नल जल का मुद्दा

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर के सभा भवन में आज  पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार साह द्वारा की गई.

बैठक को संबोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण स्थानीय निकायों को 15वें वित्त आयोग के अनुदान की पहली किस्त जारी कर दी गई है। पहली बार ग्राम पंचायतों के साथ ही प्रखंड पंचायतों को भी अनुदान मिल रहा है। स्वच्छता तथा खुले में शौच मुक्त स्थिति बनाए रखने एवं पेयजल व वर्षा-जल संचयन आदि के कार्यों पर जोर दिया गया है। 

कोष की उपलब्धता, पंचायतों द्वारा ग्रामीण नागरिकों को बुनियादी सेवाओं को प्रदान करने में उनकी प्रभावशीलता को बढ़ावा देगी और उन्हें प्रवासी मजदूरों को लाभकारी रोजगार प्रदान करने में भी सशक्त बनाएगी, साथ ही रचनात्मक तरीके से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में भी सहयोगी होगी।

वहीँ आज की बैठक में सात निश्चय योजना के तहत पंचायतों में चल रहे घर घर नल जल योजना पर एकजुट होकर सभी पंचायत के समिति सदस्यों ने एवं मुखिया नल जल योजना में की जा रही गड़बड़ी के लिए पीएचडी विभाग को जिम्मेदार ठहराया. 

बेला पंचायत के मुखिया प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष सह भाजपा जिला अध्यक्ष स्वदेश कुमार ने मामले को उठाते हुए कहा कि नल जल योजना लूट का अभिप्राय बन चुकी है. उन्होंने कहा कि बेलो पंचायत बिना विभागीय अनुमति के ही वार्ड नंबर 1,2,3,4,5 में निजी भूमि में नलकूप पंपों को लगाया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को लिखा जहां से बिना विभागीय अनुमति के सरकारी भूमि को छोड़कर निजी भूमि में नल जल लगाने के कार्य को स्थगित किया गया. पर यह स्थगन सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गया. एक-दो दिन काम बंद रहा पुनः काम रुके हुए सिरे से ही प्रारंभ कर दिया गया. 

कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा संवेदक के विरुद्ध न्यायिक कार्रवाई नहीं की गई जिसके कारण संवेदक द्वारा इसे कागज का टुकड़ा समझ कर फेंक दिया गया और काम पुन: प्रारंभ कर दिया गया. यह मात्र लूट की योजना बन कर रह गई है.

हरिपुर कला पंचायत समिति के सदस्य प्रमोद कुमार ने मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अध्यक्ष से अनुरोध किया कि नल जल बिछाने के क्रम में ग्रामीण पीसीसी ढलाई को तोड़कर पाइप दिखाने के उपरांत गड्ढे छोड़े गए हैं जबकि पाइप बिछाने के उपरांत उसे रिपेयरिंग करना ढलाई करवाना संवेदक का काम होता है. नल जल योजना सड़क के किनारे छोड़ दी गई है जबकि इसे घरों तक पहुंचाना है. ऐसे संवेदक ओं के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. 

लेकिन आज के बैठक में पीएचडी विभाग के ना तो कोई विभागीय पदाधिकारी न कनीय अभियंता उपस्थित थे. मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि जिन जिन विभागों के पदाधिकारी आज के बैठक में नहीं उपस्थित हुए हैं उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।

वही मुखिया चंदन मंडल ने स्कूल में बच्चों को दिए जा रहे पोषाहार की अनियमितता का मामला उठाया साथ ही स्कूल ड्रेस के पैसे नहीं दिए जाने की बात कही.

मुखिया संघ अध्यक्ष द्वारा आंगनब़ाडी केंद्र पिछले कई महीनों से लॉकडाउन के कारण बंद रहने की स्थिति में पोषाहार वितरण के मामले में बाल विकास परियोजना के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रजनी सिंह से जानकारी ली. बेला पंचायत में बरसों से बनकर तैयार बाल विकास केंद्र में ताले लगे होने के मामले को उठाया.
आज के बैठक में नल जल योजना पर काफी बहस हुई प्रखंड विकास पदाधिकारी मामले में जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया गया.

मौके पर प्रखंड प्रमुख मनोज साह, उप प्रमुख रेणु देवी, प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार, अंचल अधिकारी अनिल कुमार सिंह, पंचायत समिति सदस्य प्रमोद यादव, गौरी देवी, सुलोचना देवी, जीवछ मंडल, रविंद कुमार, बिधन ऋषिदेव, योगेंद्र प्रसाद, ललिता देवी, मनोज पासी, कोल्हायपट्टी मुखिया कविता देवी, गंगापुर मुखिया सुधा देवी, दीनापट्टी मुखिया लखन साईं, बैंक के पदाधिकारी तथा बिजली मनरेगा के पदाधिकारी मौजूद थे.

पंचायत समिति की बैठक में गरमाया रहा नल जल का मुद्दा पंचायत समिति की बैठक में गरमाया रहा नल जल का मुद्दा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 19, 2020 Rating: 5

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