एक अंक के फेरबदल से बेकसूर की जिन्दगी में तूफान खड़ा हो जाता है, ऐसा एक बानगी बना ललन कुमार का, जो पुलिस के डर से भागा-भागा फिर रहा है.
मधेपुरा जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के बभनी के कन्हुआ गांव के सियाराम साह का पुत्र ललन कुमार वर्ष 2011 में आर्दश इंटर कॉलेज घैलाढ़ से इंटर कॉलेज का परीक्षार्थी था जिसका रोल नम्बर 30509 और रोल कोड 6319 था, जिसका परीक्षा केन्द्र मधेपुरा इंटर कॉलेज बना. ललन ने रेगुलर परीक्षा दी और इंटर सेकेंड डिवीजन से पास भी हो गया. फिर ललन ने बी.ए. में दाखिला कराया और फिर बीए भी पास कर लिया लेकिन एक सप्ताह पूर्व गम्हरिया पुलिस ललन की खोज करते पहुंची और जो कुछ पुलिस ने बताया उसे सुनकर ललन के पूरे परिवार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.
हुआ यह कि ललन कुमार जब इंटर की परीक्षा मधेपुरा इंटर कॉलेज में दे रहा था उसी परीक्षा केंद्र पर एक दूसरा ललन कुमार जिसका घर सकरपुरा पिता सीता राम साह था. उसका रोल नम्बर 30509 और रोल कोड 6311 था जो परीक्षा दे रहा था. परीक्षा के दौरान केन्द्राधीक्षक के जांच मे तीन परीक्षार्थी ऐसे पाए गए जो दूसरे के जगह पर परीक्षा दे रहे थे. वीक्षक ने तीनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. साथ ही तीनों के खिलाफ सदर थानाध्यक्ष को एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया.
आवेदन में केंद्राधीक्षक ने रोल कोड 6319 रोल नम्बर 20072, सिकन्दर दास पिता रामरूप दास जोगबनी सिंहेश्वर, के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी विजेन्द्र दास, खाड़ी जोगबनी, सिंहेश्वर, दूसरा रोल कोड 6319 रोल नम्बर 30509 ललन कुमार पिता सियाराम साह सकरपुरा मधेपुरा के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी सन्तोष कुमार सुमन पिता सीताराम साह सकरपुरा, जबकि तीसरा रोल कोड 6319 रोल नम्बर संजय कुमार पिता लक्ष्मण मेहता समदा सहरसा के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी दिगम्बर साह पिता रामदेव साह समदा सहरसा दे रहा था पर केस दर्ज किया. तीनों को परीक्षा से निलम्बित कर दिया गया. पुलिस ने गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थी को जेल भेज दिया.
वहीं घटना के बाद 25 जुलाई 2011 को पुलिस ने आदर्श कॉलेज घैलाढ़ से मिले रोल कोड और रोल नम्बर के साक्ष्य पर बभनी के ललन कुमार को गिरफ्तार करने पहुंची और बताया कि परीक्षा के दौरान ललन के जगह पर दूसरा छात्र परीक्षा दे रहा था, उसी मामले मे केस हुआ लेकिन ललन ने बताया कि वे परीक्षा से निलम्बित नहीं हुए और रेगुलर परीक्षा दिया तथा सेकेंड डीविजन से पास हुए. पुलिस ने इस बात पर उनके दादा और ललन को यह कहकर एक सादे कागज पर हस्ताक्षर ले लिया कि जब ललन पास कर गया तो कोई बात नहीं है लेकिन पुलिस ने हस्ताक्षर वाले कागज को जमानतनामा बनाते हुए ललन को जमानत दे दिया. जिसका खुलासा केस के नकल निकालने में पता चला.
मजेदार बात यह है कि पुलिस ने पूरी घटना को अनुसंधान में जिक्र तक नहीं किया लेकिन 9 साल बाद अचानक ललन के खिलाफ गम्हरिया पुलिस कुर्की जब्ती लेकर पहुंची तो ललन का पूरा परिवार दहशत में आ गया. ललन पुलिस के भय से भागे-भागे फिर रहा है. ललन रेगुलर परीक्षा देने और पास करने की लिखित जानकारी आदर्श कॉलेज को दिया है और ललन ने परीक्षा से निलम्बित होने से इंकार किया है.
ललन के परिवार वालों ने जब दर्ज प्राथमिकी की नकल निकाली तो उसमें पाया कि रोल कोड 6319 और रोल नम्बर 30509 छात्र का नाम ललन कुमार था लेकिन पिता का नाम सीता राम साह सकरपुरा अंकित है.
इस बावत ललन कुमार ने आर्दश कॉलेज घैलाढ़ से सम्पर्क किया तो कॉलेज के प्राचार्य ने एक पत्र दिया जिसमें लिखा कि ललन कुमार पिता सियाराम साह ग्राम कन्हुआ गोढ़ीयारी बभनी गम्हरिया का रोल नम्बर 30509 जो 6319 रोल कोड का छात्र है, साथ ही रोल कोड 6311 रोल नम्बर 30509 जो परीक्षा से निलम्बित हुआ है, दोनों का परीक्षा केन्द्र मधेपुरा डिग्री कॉलेज था. परीक्षा नियंत्रक के भूल के कारण रोल कोड 6311 के जगह 6319 लिखने के कारण रोल कोड 6319 रोल नम्बर 30509 के विरूद्ध केस दर्ज हुआ है. ललन कुमार इंटरमीडिएट कला में सेकेंड डिवीजन से पास है. उनके द्वारा सभी प्रमाण पत्र दिया जा चुका है. उनके खिलाफ एफआईआर गलत और बेबुनियाद है.
वहीं जानकार बताते हैं कि पुलिस यदि ललन कुमार के पिता और गांव का पता का ठीक से अवलोकन की होती तो मामला समाप्त हो जाता.
मधेपुरा जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के बभनी के कन्हुआ गांव के सियाराम साह का पुत्र ललन कुमार वर्ष 2011 में आर्दश इंटर कॉलेज घैलाढ़ से इंटर कॉलेज का परीक्षार्थी था जिसका रोल नम्बर 30509 और रोल कोड 6319 था, जिसका परीक्षा केन्द्र मधेपुरा इंटर कॉलेज बना. ललन ने रेगुलर परीक्षा दी और इंटर सेकेंड डिवीजन से पास भी हो गया. फिर ललन ने बी.ए. में दाखिला कराया और फिर बीए भी पास कर लिया लेकिन एक सप्ताह पूर्व गम्हरिया पुलिस ललन की खोज करते पहुंची और जो कुछ पुलिस ने बताया उसे सुनकर ललन के पूरे परिवार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.
हुआ यह कि ललन कुमार जब इंटर की परीक्षा मधेपुरा इंटर कॉलेज में दे रहा था उसी परीक्षा केंद्र पर एक दूसरा ललन कुमार जिसका घर सकरपुरा पिता सीता राम साह था. उसका रोल नम्बर 30509 और रोल कोड 6311 था जो परीक्षा दे रहा था. परीक्षा के दौरान केन्द्राधीक्षक के जांच मे तीन परीक्षार्थी ऐसे पाए गए जो दूसरे के जगह पर परीक्षा दे रहे थे. वीक्षक ने तीनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. साथ ही तीनों के खिलाफ सदर थानाध्यक्ष को एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया.
आवेदन में केंद्राधीक्षक ने रोल कोड 6319 रोल नम्बर 20072, सिकन्दर दास पिता रामरूप दास जोगबनी सिंहेश्वर, के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी विजेन्द्र दास, खाड़ी जोगबनी, सिंहेश्वर, दूसरा रोल कोड 6319 रोल नम्बर 30509 ललन कुमार पिता सियाराम साह सकरपुरा मधेपुरा के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी सन्तोष कुमार सुमन पिता सीताराम साह सकरपुरा, जबकि तीसरा रोल कोड 6319 रोल नम्बर संजय कुमार पिता लक्ष्मण मेहता समदा सहरसा के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी दिगम्बर साह पिता रामदेव साह समदा सहरसा दे रहा था पर केस दर्ज किया. तीनों को परीक्षा से निलम्बित कर दिया गया. पुलिस ने गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थी को जेल भेज दिया.
वहीं घटना के बाद 25 जुलाई 2011 को पुलिस ने आदर्श कॉलेज घैलाढ़ से मिले रोल कोड और रोल नम्बर के साक्ष्य पर बभनी के ललन कुमार को गिरफ्तार करने पहुंची और बताया कि परीक्षा के दौरान ललन के जगह पर दूसरा छात्र परीक्षा दे रहा था, उसी मामले मे केस हुआ लेकिन ललन ने बताया कि वे परीक्षा से निलम्बित नहीं हुए और रेगुलर परीक्षा दिया तथा सेकेंड डीविजन से पास हुए. पुलिस ने इस बात पर उनके दादा और ललन को यह कहकर एक सादे कागज पर हस्ताक्षर ले लिया कि जब ललन पास कर गया तो कोई बात नहीं है लेकिन पुलिस ने हस्ताक्षर वाले कागज को जमानतनामा बनाते हुए ललन को जमानत दे दिया. जिसका खुलासा केस के नकल निकालने में पता चला.
मजेदार बात यह है कि पुलिस ने पूरी घटना को अनुसंधान में जिक्र तक नहीं किया लेकिन 9 साल बाद अचानक ललन के खिलाफ गम्हरिया पुलिस कुर्की जब्ती लेकर पहुंची तो ललन का पूरा परिवार दहशत में आ गया. ललन पुलिस के भय से भागे-भागे फिर रहा है. ललन रेगुलर परीक्षा देने और पास करने की लिखित जानकारी आदर्श कॉलेज को दिया है और ललन ने परीक्षा से निलम्बित होने से इंकार किया है.
ललन के परिवार वालों ने जब दर्ज प्राथमिकी की नकल निकाली तो उसमें पाया कि रोल कोड 6319 और रोल नम्बर 30509 छात्र का नाम ललन कुमार था लेकिन पिता का नाम सीता राम साह सकरपुरा अंकित है.
इस बावत ललन कुमार ने आर्दश कॉलेज घैलाढ़ से सम्पर्क किया तो कॉलेज के प्राचार्य ने एक पत्र दिया जिसमें लिखा कि ललन कुमार पिता सियाराम साह ग्राम कन्हुआ गोढ़ीयारी बभनी गम्हरिया का रोल नम्बर 30509 जो 6319 रोल कोड का छात्र है, साथ ही रोल कोड 6311 रोल नम्बर 30509 जो परीक्षा से निलम्बित हुआ है, दोनों का परीक्षा केन्द्र मधेपुरा डिग्री कॉलेज था. परीक्षा नियंत्रक के भूल के कारण रोल कोड 6311 के जगह 6319 लिखने के कारण रोल कोड 6319 रोल नम्बर 30509 के विरूद्ध केस दर्ज हुआ है. ललन कुमार इंटरमीडिएट कला में सेकेंड डिवीजन से पास है. उनके द्वारा सभी प्रमाण पत्र दिया जा चुका है. उनके खिलाफ एफआईआर गलत और बेबुनियाद है.
वहीं जानकार बताते हैं कि पुलिस यदि ललन कुमार के पिता और गांव का पता का ठीक से अवलोकन की होती तो मामला समाप्त हो जाता.
9 के अंक ने ललन की जिन्दगी में खड़ा किया तूफान, पुलिस जुटी ललन को गिरफ्तार करने में
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 03, 2020
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