मधेपुरा में बेहद गंभीर स्थिति में इलाजरत एक महिला को रक्त उपलब्ध कराकर श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम की है.
बताया गया कि गणपति नर्सिंग होम में भर्ती डिलिवरी मरीज तरावे गम्हरिया निवासी ममता देवी को रेयर ग्रुप बी नेगेटिव रक्त की अत्यंत आवश्यकता थी जो उनके परिवार द्वारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा था. हीमोग्लोबिन 5.6 रहने के बाद भी गर्भ में बच्चे की मृत्यु हो जाने के कारण इमरजेंसी में ऑपरेशन करना पड़ा.
तब उनके परिवार के सदस्यों ने श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल से संपर्क किया. जिसके बाद निखिल ने तुरंत ही रक्तदाता की तलाश शुरू कर दी. तुरंत ही मिशन से जुड़े सोनू कुमार झा ने पीएचइडी के जूनियर इंजीनियर सुनील मांझी को इसकी सूचना दी. रक्तवीर सुनिल मांझी रक्तदान के लिए तुरंत तैयार हो गए. और ब्लड बैंक मधेपुरा पहुंचकर उन्होंने रक्तदान कर मानवसेवा का परिचय दिया.
उन्होंने बताया कि उन्होंने अबतक छ: बार रक्तदान किया गया है. मिशन के द्वारा रक्त उनके परिवार के कृष्णा कुमार को उपलब्ध करा दिया गया. इस सबंध में मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल ने कहा कि मिशन सदैव रक्त उपलब्ध कराने में तत्पर रहता है. मिशन द्वारा केवल सत्रह महीने के अल्प समय में 126 यूनिट रक्त जरुरतमंदों को उपलब्ध कराया जा चुका है.
बताया गया कि गणपति नर्सिंग होम में भर्ती डिलिवरी मरीज तरावे गम्हरिया निवासी ममता देवी को रेयर ग्रुप बी नेगेटिव रक्त की अत्यंत आवश्यकता थी जो उनके परिवार द्वारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा था. हीमोग्लोबिन 5.6 रहने के बाद भी गर्भ में बच्चे की मृत्यु हो जाने के कारण इमरजेंसी में ऑपरेशन करना पड़ा.
तब उनके परिवार के सदस्यों ने श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल से संपर्क किया. जिसके बाद निखिल ने तुरंत ही रक्तदाता की तलाश शुरू कर दी. तुरंत ही मिशन से जुड़े सोनू कुमार झा ने पीएचइडी के जूनियर इंजीनियर सुनील मांझी को इसकी सूचना दी. रक्तवीर सुनिल मांझी रक्तदान के लिए तुरंत तैयार हो गए. और ब्लड बैंक मधेपुरा पहुंचकर उन्होंने रक्तदान कर मानवसेवा का परिचय दिया.
उन्होंने बताया कि उन्होंने अबतक छ: बार रक्तदान किया गया है. मिशन के द्वारा रक्त उनके परिवार के कृष्णा कुमार को उपलब्ध करा दिया गया. इस सबंध में मिशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल ने कहा कि मिशन सदैव रक्त उपलब्ध कराने में तत्पर रहता है. मिशन द्वारा केवल सत्रह महीने के अल्प समय में 126 यूनिट रक्त जरुरतमंदों को उपलब्ध कराया जा चुका है.
ऑपरेशन के दौरान गंभीर स्थिति में आ चुकी महिला की रक्त देकर बचाई जान
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 19, 2020
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