जिले में फिर 7 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने इनके गांवों को किया सीलबंद

महाराष्ट्र में पढ़ रहे मधेपुरा जिले के 104 बच्चे गत 6 मई को ट्रेन से भाया सहरसा यहां पहुंचे थे और अब तक इनमें से चौदह छात्र अब तक कोरोना पीड़ित पाए गए हैं। 

इसके बाद जिले के आम लोगों में कोरोना का भय अत्यधिक बढ़ गया है। प्रशासन भी चौकस हो चुकी है और इस बार गत 15 मई की रात जिन सात छात्रों को जांच में कोरोना पीड़ित पाया गया है, उनके घर आसपास के तीन किलोमीटर क्षेत्र को सीलबंद कर केंटोनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार गत छह मई को महाराष्ट्र के अकलकुआ मदरसा में पढ़ रहे जो 104 छात्र मधेपुरा आये थे उनमें से 25 छात्रों को लाक्षणिक आधार पर कोरेन्टीन कर रेंडमली जांच करते हुए स्वैब की जांच करवाई गई और शेष को यानि 79 को उनके घरों में होम कोरेन्टीन के लिए भेज दिया गया था। जब 9 मई को जांच रिपोर्ट आई तो इन 25 छात्रों में से सात कोरोना पीड़ित पाए गए। फिर तो प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन फानन से होम कोरेन्टीन में गए सभी छात्रों को वापस बुलाकर इनके बलगम या स्वेब का सैम्पल लेकर जांच में भेजा गया। लेकिन इस बीच लगभग तीन दिन इन छात्रों ने अपने अपने घरों में काटी। अब जब 15 मई की रात में इनकी जांच रिपोर्ट आई तो फिर सात छात्र कॅरोना पीड़ित पाए गए हैं। लिहाजा अब प्रशासन ने इन सभी सात छात्रों के घरों वाले तीन किलोमीटर क्षेत्र को सीलबंद कर केंटोनमेंट जोन क्षेत्र घोषित कर दिया है।

जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी के अनुसार मधेपुरा प्रखंड के महेशुआ पंचायत में एक, बिहारीगंज प्रखंड के राजगंज के दो, मुरलीगंज प्रखंड के जोरगामा पंचायत के एक और कुमारखंड प्रखंड के तीन व्यक्ति को इस बार को इस बार कोरोना पीड़ित पाया गया है । लिहाजा इन गांवों को जोड़ने वाली सभी सड़कों को बंद करते हुए इन क्षेत्रों में प्रवेश और निकासी दोनों बंद कर दी गई है। इन सात पीड़ित छात्रों के सभी पारिवारिक सदस्यों को प्रखंड कोरेन्टीन सेंटर में रखा गया है और इनकी कोरोना जांच करवाई जा रही है। सीलबंद गांव में कड़ी निगरानी हो रही है और सभी लोगों के स्वास्थ्य पर नज़र रखने के लिए आंगनवाड़ी सेविका से लेकर अपर समाहर्ता तक को दायित्व सौंपा गया है। इन सीलबंद क्षेत्रो में सभी दुकानें बंद कर आवश्यक सामग्री का वितरण सरकारी स्तर से कराया जा रहा है।

बहरहाल जिले में इन चौदह मदरसा छात्रों के अतिरिक्त दो और महिलाओं को पूर्व में कोरोना पीड़ित पाया गया था जो अब पूर्णरूप से ठीक होकर अपने अपने गांव लौट चुकी है। पूर्व में जिन सात छात्रों को कोरोना पीड़ित पाया गया था वे अपने गांव और परिजन के पास नहीं जाकर सीधे कोरेन्टीन हुए थे तो इनके कारण उनके परिजन कोरोना से दूर ही रहे थे। लेकिन इस बार जो सात छात्र कॅरोना पीड़ित पाए गए हैं वे अपने अपने घरों में तीन दिन रह चुके हैं। लिहाजा आशंका बलवती है कि उनके परिजन या अन्य भी कोरोना के लपेटे में आ सकते हैं।
जिले में फिर 7 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने इनके गांवों को किया सीलबंद जिले में फिर 7 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने इनके गांवों को किया सीलबंद Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 16, 2020 Rating: 5

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