मधेपुरा के घैलाढ़ प्रखंड मुख्यालय में तमाम जागरूकता के बाद भी ममता गैस एजेंसी पर सोशल डिस्टेंसिंग का कोई असर नहीं दिख रहा है. यहां हर रोज तमाम भीड़ जुटती है जिससे एक दूसरे को खतरा बना रहता है.
कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है पर कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकार के दिशा निर्देश का मखौल बना रहे हैं. इसमें घैलाढ़ का ममता गैस एजेंसी भी शामिल हैं जहां सुबह से ही लाइन लगती है और दिन भर में सैकड़ों उपभोक्ता आते जाते हैं पर सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखता. इतना जरूर है कि पुलिस की गाड़ी को देख कर सब इधर से उधर तितर-बितर हो जाते हैं. उसके बाद फिर जमा हो जाते हैं. एक तरफ सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ममता गैस एजेंसी पर अब भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं लोग.
फ्री सिलेंडर के चक्कर में गैस एजेंसी पर उमड़ी भीड़.
रविवार को मधेपुरा टाइम्स ने पड़ताल किया तो ममता गैस एजेंसी पर अपेक्षा के अनुरूप ज्यादा भीड़ दिखी, बल्कि लोग सटे हुए खड़े नजर आए. बताया गया कि इस भीड़ में कई नियमित उपभोक्ता थे लेकिन अधिकांश उपभोक्ता उज्जवला योजना के फ्री सिलेंडर वाले थे. फ्री सिलेंडर लेने के लिए नियम कायदे भूलते नजर आए.
बताया गया कि ममता गैस एजेंसी से रसोई गैस सिलेंडर लेने पर उपभोक्ताओं को कोई छूट नहीं मिल रही है जब कि सरकारी नियम है कि उपभोक्ता को होम डिलेवरी कर घर-घर गैस पहुँचाने का, जिस का ममता गैस एजेंसी द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है, जबकि गोदाम से रसोई गैस सिलेंडर लेने पर उपभोक्ताओं को ₹27:60 पैसा की छूट मिलने का प्रावधान है. लेकिन कोई एजेंसी इसका पालन नहीं कर रही है और तो और होम डिलीवरी करने पर अलग से ₹60 प्रति सिलेंडर लिया जा रहा है. साथ ही गैस सिलेंडर के निर्धारित 846: 50 से ₹3:50 ज्यादा यानी ₹850 लेकर गोदाम से सिलेंडर दिया जा रहा है.
ग्रामीणों की शिकायत पर गोदाम से दिए जा रहे रसोई गैस सिलेंडरों के रेट की पड़ताल की तो कहीं भी उपभोक्ताओं को छूट नहीं दी जा रही है. ममता गैस एजेंसी पर सुबह 200 से ज्यादा लोग गैस सिलेंडर लेने के लिए लाइन में लगे थे. कर्मचारी दो काउंटर लगाकर रसोई गैस सिलेंडर के रुपया 850 जमा कर उपभोक्ता को 846.50 का रसीद देकर गोदाम पर भेजा जा रहा था.
वहीं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से मोबाइल पर संपर्क साधना चाहा लेकिन दो बार फुल रिंग होने के बावजूद भी मोबाइल रिसीव नहीं हो पाया. उसके बाद में फोन लगना ही बंद हो गया. वहीं ममता गैस एजेंसी संचालक जवाहर कांति से फोन पर संपर्क करने के बाद लॉकडाउन की धज्जियां एवं गैस सिलेंडर की कीमत से ज्यादा लेने के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वहां मैनेजर मिथलेश हैं उससे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते हैं, लेकिन मैनेजर मिथलेश से कई बार संपर्क साधना चाहा लेकिन मोबाइल बन्द पाया गया.
कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है पर कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकार के दिशा निर्देश का मखौल बना रहे हैं. इसमें घैलाढ़ का ममता गैस एजेंसी भी शामिल हैं जहां सुबह से ही लाइन लगती है और दिन भर में सैकड़ों उपभोक्ता आते जाते हैं पर सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखता. इतना जरूर है कि पुलिस की गाड़ी को देख कर सब इधर से उधर तितर-बितर हो जाते हैं. उसके बाद फिर जमा हो जाते हैं. एक तरफ सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ममता गैस एजेंसी पर अब भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं लोग.
फ्री सिलेंडर के चक्कर में गैस एजेंसी पर उमड़ी भीड़.
रविवार को मधेपुरा टाइम्स ने पड़ताल किया तो ममता गैस एजेंसी पर अपेक्षा के अनुरूप ज्यादा भीड़ दिखी, बल्कि लोग सटे हुए खड़े नजर आए. बताया गया कि इस भीड़ में कई नियमित उपभोक्ता थे लेकिन अधिकांश उपभोक्ता उज्जवला योजना के फ्री सिलेंडर वाले थे. फ्री सिलेंडर लेने के लिए नियम कायदे भूलते नजर आए.
बताया गया कि ममता गैस एजेंसी से रसोई गैस सिलेंडर लेने पर उपभोक्ताओं को कोई छूट नहीं मिल रही है जब कि सरकारी नियम है कि उपभोक्ता को होम डिलेवरी कर घर-घर गैस पहुँचाने का, जिस का ममता गैस एजेंसी द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है, जबकि गोदाम से रसोई गैस सिलेंडर लेने पर उपभोक्ताओं को ₹27:60 पैसा की छूट मिलने का प्रावधान है. लेकिन कोई एजेंसी इसका पालन नहीं कर रही है और तो और होम डिलीवरी करने पर अलग से ₹60 प्रति सिलेंडर लिया जा रहा है. साथ ही गैस सिलेंडर के निर्धारित 846: 50 से ₹3:50 ज्यादा यानी ₹850 लेकर गोदाम से सिलेंडर दिया जा रहा है.
ग्रामीणों की शिकायत पर गोदाम से दिए जा रहे रसोई गैस सिलेंडरों के रेट की पड़ताल की तो कहीं भी उपभोक्ताओं को छूट नहीं दी जा रही है. ममता गैस एजेंसी पर सुबह 200 से ज्यादा लोग गैस सिलेंडर लेने के लिए लाइन में लगे थे. कर्मचारी दो काउंटर लगाकर रसोई गैस सिलेंडर के रुपया 850 जमा कर उपभोक्ता को 846.50 का रसीद देकर गोदाम पर भेजा जा रहा था.
वहीं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से मोबाइल पर संपर्क साधना चाहा लेकिन दो बार फुल रिंग होने के बावजूद भी मोबाइल रिसीव नहीं हो पाया. उसके बाद में फोन लगना ही बंद हो गया. वहीं ममता गैस एजेंसी संचालक जवाहर कांति से फोन पर संपर्क करने के बाद लॉकडाउन की धज्जियां एवं गैस सिलेंडर की कीमत से ज्यादा लेने के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वहां मैनेजर मिथलेश हैं उससे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते हैं, लेकिन मैनेजर मिथलेश से कई बार संपर्क साधना चाहा लेकिन मोबाइल बन्द पाया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग के नियम कायदे भूलते लोग: गैस एजेंसी पर उमड़ रही है भीड़
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 12, 2020
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