'परदेशी-परदेशी जाना नहीं': राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन सपना अवस्थी का जादू

मधेपुरा जिला मुख्यालय के गोशाला परिसर में आयोजित राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के  दूसरे दिन बुधवार को बॉलीवुड की लोकप्रिय पार्श्व गायिका सपना अवस्थी ने अपनी यादगार और शानदार प्रस्तुति से महोत्सव में चार चांद लगाया।


'परदेशी-परदेशी जाना नहीं' और 'चल छैयां-छैयां' फेम सपना अवस्थी को सुनने के लिए दूर-दूर से दर्शक शाम होते ही महोत्सव स्थल पर आने लगे थे. मंच पर सपना अवस्थी के आते ही दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका अभिवादन किया । दुश्मनी फिल्म की गाने बन्नो तेरी अंखियां से उन्होंने जब शुरुआत की और फिर परदेशी परदेशी जाना नहीं, जब बीच बजरिया तूने मेरी पकड़ी बंहिया, यह है मेरा फैसला की शानदार प्रस्तुति दी तो उपस्थित दर्शकों के अंदर भी प्यार का रंग मानो हिलोरे लेने लगा। वहीं जब सपना अवस्थी ने अपने चर्चित बोल चल छईया छईया की प्रस्तुति की तो लगा मानो सबकुछ ठहर सा गया हो। लगभग दो घंटे तक उन्होंने अपने आवाज के आगोश में दर्शकों को बांधे रखा। इस बीच उन्होंने दर्शकों कि फरमाइश को पूरा कर दर्शकों के दिल पर छाप छोड़ी। सिने गायिका सपना अवस्थी के साथ भागलपुर की टीम ने साज पर साथ दिया। 

इसके पहले  नालन्दा संगीत कला विकास संस्थान की टीम ने अलग अलग झांकी की प्रस्तुति कर महोत्सव में सांस्कृतिक माहौल को जमा दिया अपनी प्रस्तुति के दौरान खास कर बिहार की संस्कृति से जुड़ी प्रस्तुति को दर्शकों ने खासा सराहा।बिहार गौरव गान ने जहां अपने अतीत पर इतराने का मौका दिया तो वहीं कमला माई, झूमर आदि के प्रस्तुति से उन्होंने सूबे की सांस्कृतिक विरासत को भी उकेरने की कोशिश की । इस दौरान सपना अवस्थी व नालन्दा की टीम को जिला प्रशासन की ओर से एनडीसी रजनीश कुमार राय, आयोजन समिति सदस्य डॉ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी, समाजसेवी शौकत अली, पी यदुवंशी, डॉ आर के पप्पू द्वारा संयुक्त रूप से मोमेंटो से सम्मानित किया गया।

राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन के पहले सत्र में स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति रही। जिसका आगाज कोशी के अनूप जलोटा कहे जाने वाले राजीव रंजन सिंह उर्फ राजीव तोमर की प्रस्तुति ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मग्न से की. उनकी इस प्रस्तुति के बाद गजल लज्जते गम बढ़ा दीजिए,आप फिर मुस्कुरा दीजिए की प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। उसके बाद गांधी कुमार मिस्त्री की प्रस्तुति रे पंक्षी भूल गया पथ अपना, आकाशवाणी व दूरदर्शन के कलाकार संजीव कुमार द्वारा श्री कृष्ण चरण कहीए,उभरती गायिका तनुजा सोनी की प्रस्तुति जहि बिधी रखते सैंया, मिथिला में रहबे ने जमकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। उसके बाद प्रांगण रंगमंच, नवाचार रंगमण्डल,सृजन दर्पण,हैप्पी एंड ग्रुप, कला मन्दिर की अलग अलग प्रस्तुति में भक्ति, प्यार, देशभक्ति, प्रेम की झलक देखने को मिली. वहीं स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के कड़ी में चन्दा के मनमोहक नृत्य ने मानो जान डाल दी।

कार्यक्रम का संचालन हर्ष वर्धन सिंह राठौर, शैली मिश्रा, एम के भारती ने किया । इस अवसर पर एनडीसी रजनीश कुमार राय,एसडीओ वृंदालाल, डीएसपी वसी अहमद, आयोजन समिति के वरीय  सदस्य डॉ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी,समाजसेवी शौकत अली,गौशाला समिति के सचिव पृथ्वीराज यदुवंशी, शिक्षक संघ नेता परमेश्वरी प्रसाद यादव सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।

इस दौरान बिपिन कमांडो टीम सहित पुलिस की चौकसी से महोत्सव का दूसरा दिन शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। जिला प्रशासन द्वारा हर तरह की विधि व्यवस्था की गई थी।

'परदेशी-परदेशी जाना नहीं': राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन सपना अवस्थी का जादू 'परदेशी-परदेशी जाना नहीं': राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन सपना अवस्थी का जादू Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 07, 2019 Rating: 5

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