NH 106/ NH 107 की बदहाली पर निकले जन आक्रोश मार्च में उमड़ी भीड़, दिखा आम लोगों का आक्रोश

बदहाली के आंसू रो रहे और रोज ही दुर्घटनाओं को आमन्त्रण दे रहे कोसी में राष्ट्रीय राजमार्ग 106 और  राष्ट्रीय राजमार्ग  107 के खिलाफ मधेपुरा जिला मुख्यालय की सड़कों पर उतरी भीड़ ये बताने के लिए काफी थी कि इन सड़कों की बदहाली के जिम्मेवारों के खिलाफ लोगों में कितना गुस्सा है.


महज दो दिन पहले सोशल मीडिया पर शुरू हुए इस अभियान ने आज तक एक विशाल रूप ले लिया और इसे न सिर्फ लगभग हर वर्ग बल्कि कई महत्वपूर्ण गैर-राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन हासिल हो गया. जनहित से जुड़े इस जन आंदोलन को इंडियन मेडिकल एसोसिएसन, जिला अधिवक्ता संघ, व्यापार संघ, प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन, जिला स्वर्णकार संघ, जिला ई-रिक्सा संघ समेत जिले भर के कई अन्य संगठनों ने भी अपना समर्थन देकर मजबूत कर दिया है.

निर्धारित समय से पहले से ही आज शुक्रवार को मधेपुरा के बी. एन. मंडल स्टेडियम में लोग जमा होना शुरू हो गए. यहाँ से निकला आक्रोश मार्च भूपेंद्र नारायण मंडल चौक होते हुए कॉलेज चौक और फिर  वहां से मुख्य बाजार होते हुए कर्पूरी चौक होते हुए पुनः स्टेडियम वापस पहुँचा. आक्रोश मार्च जैसे जैसे आगे बढ़ता गया वैसे वैसे लोगों की संख्यां अप्रत्याशित रूप से बढ़ती चली गई. लोग पैदल और बाइक से इस आक्रोश मार्च में शामिल होते गए और अंत तक उनमें उत्साह बना रहा. आक्रोश मार्च में ई रिक्शा संघ के लगभग 100 ई रिक्शा भी शामिल हुए. गैर राजनीतिक इस आक्रोश मार्च में शामिल लोग 'जिम्मेदारों होश में आओ' 'हमे चाहिए बेहतर सड़क', 'इन्कलाब, जिंदाबाद' जैसे नारे लगाते रहे.

आज आक्रोश मार्च निकाले जाने से पहले एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक पत्र डीएम को सौंपने पहुंचे. डीएम की अनुपस्थिति में प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम शिव कुमार शैव को यह मांग पत्र सौंपा. बताया गया की इस पत्र में मुख्यमंत्री से सड़क निर्माण के लिए आवश्यक पहल किये जाने का अनुरोध करते हुए आमजनों द्वारा प्रारम्भ किये गए जनांदोलन के बारे में जानकारी दी गई है। पत्र में कहा गया है कि सड़क की इस दुर्दशा की वजह से कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं और यह स्थिति लगातार दो वर्षों से बनी हुई है. 

शनिवार को जन आंदोलन के अगले चरण के तहत जिला मुख्यालय के कला भवन में एक आम सभा का आयोजन किया गया है जिसमें सहरसा व्यापार संघ, मुरलीगंज व्यापार संघ आदि के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इसके अलावे आमसभा में मधेपुरा जिले के अन्य जगहों के अलावे पूर्णिया और सहरसा आदि जगहों से भी लोग शामिल होंगे और इस आमसभा में आगे की रणनीति तैयार की जाएगी ताकि इलाके के लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग की इस बदहाली से निजात मिल सके. 

माना जा रहा है कि सडकों के खिलाफ गैर राजनीतिक आन्दोलन होने की वजह से आमलोगों को इसमें जुड़ने में कोई परेशानी नहीं हो रही है जिसकी वजह से हर वर्ग का समर्थन भी इसे मिल रहा है. इलाके से जुड़े बाहर रह रहे बहुत सारे लोगों नें भी सोशल मीडिया के माध्यम से इसे अपना समर्थन दिया है. मधेपुरा निवासी और बॉलीवुड के गीतकार राजशेखर ने भी इस जन आन्दोलन को अपना सर्थन देते इस सड़कों कि हालत पर इन शब्दों में कटाक्ष किया है:

"एक सौ छः एक सौ सात 
बैच के निकलूँ काते कात 
पैदलो में हेल्मेट लगाबू
नय ते फुइट जैत अहाँ क माथ"

अब देखना है कि जनता के ही वोट से सरकार में बैठकर मजा मारने वाले जन प्रतिनिधियों के कानों पर इस आन्दोलन के बाद जूं रेंगती है या फिर निर्लज्जता की हद को पार कर ये अब भी खामोश ही रहते हैं और लोगों को उग्र आन्दोलन के लिए मजबूर करते हैं.
NH 106/ NH 107 की बदहाली पर निकले जन आक्रोश मार्च में उमड़ी भीड़, दिखा आम लोगों का आक्रोश NH 106/ NH 107 की बदहाली पर निकले जन आक्रोश मार्च में उमड़ी भीड़, दिखा आम लोगों का आक्रोश Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 16, 2019 Rating: 5

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