जरा हटके: फुटबॉल की नर्सरी में तैयार हो रहा मधेपुरा का भविष्य

मधेपुरा फुटबॉल की उर्वर भूमि रही है। कई नामचीन खिलाड़ी यहां हुए और यहां मोहन बागान, नेपाल की धरान जैसी प्रसिद्ध फुटबॉल टीम भी अपना खेल दिखा चुकी है। लेकिन पिछले दस पंद्रह वर्षो से इस खेल को हासिया पर ही देखा जा रहा है।


मधेपुरा के कई नामचीन खिलाड़ियों ने फुटबॉल की काबिलियत पर ही सरकारी नौकरी भी हासिल की है। ऐसे ही एक शख्स हैं ब्रम्हनाथ गांगुली उर्फ गोदाय दा। बिजली बोर्ड में नौकरी करते हुए उन्होंने संतोष ट्रॉफी में बिहार टीम की कप्तानी भी की थी। वे अब सेवानिवृत हो चुके हैं। 

यहाँ जब उन्होंने फुटबॉल की बदहाली देखी तो इसके लिए सार्थक प्रयास शुरू किया गया। उन्होंने मुहल्ले के आठ से बारह वर्ष के बच्चों को आमंत्रित कर उन्हें केशव कन्या स्कूल के मैदान में अभ्यास कराना शुरू किया। इस मुहिम में उन्हें अर्जुन जी और राजो जी जैसे पुराने खिलाड़ियों ने भी सहयोग देना शुरू कर दिया। बगैर किसी प्रचार के उनकी यह निःशुल्क नर्सरी चल पड़ी और अभी वहॉ फुटबॉल खिलाड़ियों की चार टीमें गठित हो चुकी है।

नौनिहालों की इन टीमों को पहली बार 15 अगस्त को प्रदर्शित करते हुए दो मैचों का प्रदर्शन किया गया। अपनी अपनी अलग जर्सी पहन कर शॉट लगाते और कैरी करते इन बच्चों को देख दर्शक भी हतप्रभ हो गए। इन प्रदर्शन मैचों की कमेंट्री भी स्वंय गोदाय दा ही कर रहे थे क्योंकि उन्हें पिछले दो माह के अभ्यास के दौरान सभी खिलाड़ियों के नाम मालूम थे।

बहरहाल यह तो अभी शुरुआत है लेकिन बच्चों के साथ अभ्यास कर रहे गोदाय दा का जज़्बा ऐसा है कि इसमें कोई शक नही कि मधेपुरा में एक बार फिर फुटबॉल परवान चढ़ेगी और इस सपने को हमलोग धरातल पर सच होते देख सकेंगे।
जरा हटके: फुटबॉल की नर्सरी में तैयार हो रहा मधेपुरा का भविष्य जरा हटके: फुटबॉल की नर्सरी में तैयार हो रहा मधेपुरा का भविष्य Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 15, 2019 Rating: 5

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