मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड मुख्यालय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घैलाढ़ परिसर में मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक दिवसीय एएफपी एवं खसरा रोग से संबंधित प्रशिक्षण डॉ. इंदु कुमारी के अध्यक्षता में शुरुआत की गई ।
प्रशिक्षक के रूप में जिला से आये जिला प्रशिक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार वर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एस आर टी एल पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार वर्मा, डब्लूएचओ के एएमओ डा.आशीष कुमार ने सभी प्रखंडस्तरीय स्वास्थ्यकर्मियों को पोलियो तथा खसरा बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी । वहीँ जिला प्रशिक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि भारत देश को वर्ष 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया गया है परंतु कुछ पड़ोसी देशों में एवं अफ्रीका महादेश में अभी भी पोलियो वायरस का संक्रमण जारी है और खसरा अभी भी हमारे देश में व्याप्त हैं जिसे वर्ष 2020 तक विलोपित करने का लक्ष्य भारत सरकार के द्वारा रखा गया है. हमारा लक्ष्य पोलियो मुक्त भारत और खसरा मृत्यु दर कम करना है. इसके लिए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण देकर एएफपी बीमारी की रोकथाम तथा उसके इलाज के संदर्भ में जानकारी दी जा रही है। इसके माध्यम से लोगों को जागरूक कर उन्हें बीमारी के प्रति विस्तृत जानकारी दे। वही विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसआरटी एल पदाधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पोलियो तीन प्रकार के होते है, जिसमें पी 1, पी2 तथा पी3 शामिल है। पोलियो उन्मूलन के लिए नियमित टीकाकरण, पूरक टीकाकरण अभियान की रणनीति बनाई गई है वहीं बताया कि 15 वर्ष का कोई बच्चा जिसका पिछले 6 माह में कोई अंग लुंज-पुंज अथवा कमजोर पड़ गया हो तो वह बीमारी एएफपी हो सकता है इसके तुरंत रिपोर्ट करने से बीमारी की जांच और समय से उपचार किया जा सकता है । इसकी जांच के लिए उन्होंने स्वास्थ कर्मियों को नमूना लेने, रोगी की जटिलताएं, विटामिन ए की खुराक की विशेषताएं आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घैलाढ़ चिकित्सक डा. इंदु कुमारी ने कहा कि इन बीमारियों के प्रति कुछ भ्रांतिया लोगों के बीच है, इसके लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से लोगों को उचित जानकारी देकर भ्रांतियों से बचने के लिए जागरूक करने की भी बात कही ।
मौके पर पीएचसी घैलाढ़ के डा. मो. अकरम, डॉ राजीव कुमार सुमन, डॉ संजय मिश्रा, डॉ अरुण कुमार महतो, डब्ल्यूएचओ के जिला सर्विलेंस मो. अरशद अली , प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार धनंजय, केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक सोनी गांधी, कार्यपालक सहायक विनोद कुमार, व मनोहर कुमार, बीसीएम कुमारी अनिता रानी, इसके अलावे स्वास्थ्य विभाग के सभी एएनएम सह समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे ।
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjOh6hI3mvOYf-7c-8dakSq0D5RaJ7F-TJolbOb2E7nZgcW57m8o9EHGi5x9Yjb9ezKxlgV35qfz-hfAebdimeECPFRkZuo05sI-3hc9QJcXIsN0Pbr1PS6OU6GcB_W3f6bqWAFVTyVwKM/s1600/Lalendra+ji+New.png)
प्रशिक्षक के रूप में जिला से आये जिला प्रशिक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार वर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एस आर टी एल पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार वर्मा, डब्लूएचओ के एएमओ डा.आशीष कुमार ने सभी प्रखंडस्तरीय स्वास्थ्यकर्मियों को पोलियो तथा खसरा बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी । वहीँ जिला प्रशिक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि भारत देश को वर्ष 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया गया है परंतु कुछ पड़ोसी देशों में एवं अफ्रीका महादेश में अभी भी पोलियो वायरस का संक्रमण जारी है और खसरा अभी भी हमारे देश में व्याप्त हैं जिसे वर्ष 2020 तक विलोपित करने का लक्ष्य भारत सरकार के द्वारा रखा गया है. हमारा लक्ष्य पोलियो मुक्त भारत और खसरा मृत्यु दर कम करना है. इसके लिए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण देकर एएफपी बीमारी की रोकथाम तथा उसके इलाज के संदर्भ में जानकारी दी जा रही है। इसके माध्यम से लोगों को जागरूक कर उन्हें बीमारी के प्रति विस्तृत जानकारी दे। वही विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसआरटी एल पदाधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पोलियो तीन प्रकार के होते है, जिसमें पी 1, पी2 तथा पी3 शामिल है। पोलियो उन्मूलन के लिए नियमित टीकाकरण, पूरक टीकाकरण अभियान की रणनीति बनाई गई है वहीं बताया कि 15 वर्ष का कोई बच्चा जिसका पिछले 6 माह में कोई अंग लुंज-पुंज अथवा कमजोर पड़ गया हो तो वह बीमारी एएफपी हो सकता है इसके तुरंत रिपोर्ट करने से बीमारी की जांच और समय से उपचार किया जा सकता है । इसकी जांच के लिए उन्होंने स्वास्थ कर्मियों को नमूना लेने, रोगी की जटिलताएं, विटामिन ए की खुराक की विशेषताएं आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घैलाढ़ चिकित्सक डा. इंदु कुमारी ने कहा कि इन बीमारियों के प्रति कुछ भ्रांतिया लोगों के बीच है, इसके लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से लोगों को उचित जानकारी देकर भ्रांतियों से बचने के लिए जागरूक करने की भी बात कही ।
मौके पर पीएचसी घैलाढ़ के डा. मो. अकरम, डॉ राजीव कुमार सुमन, डॉ संजय मिश्रा, डॉ अरुण कुमार महतो, डब्ल्यूएचओ के जिला सर्विलेंस मो. अरशद अली , प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार धनंजय, केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक सोनी गांधी, कार्यपालक सहायक विनोद कुमार, व मनोहर कुमार, बीसीएम कुमारी अनिता रानी, इसके अलावे स्वास्थ्य विभाग के सभी एएनएम सह समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे ।
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एएफपी एवं खसरा रोग से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 30, 2019
Rating:
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