'सड़क नहीं तो वोट नहीं': आखिर कर ही दिया था वोट बहिष्कार, काफी जद्दोजहद पर माने

मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत लौआलागन पूर्वी पंचायत के बिंदटोली में लोक सभा चुनाव के तीसरे चरण में ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर किया वोट बहिष्कार। 


मौके पर आला अधिकारी पहुंचकर लोगों से बात करने की कोशिश की लेकिन लोग अपनी मांगों पर अडिग रहे । वहीँ चौसा में कुछ बूथों पर ईवीएम की खराबी के कारण घंटो रहे लोग लाइन में खड़े रहे ।

आज लोक सभा के तीसरे चरण का मतदान सुबह सात बजे से शुरू कर दिया गया पर लौआलगान पूर्वी पंचायत के मध्य विद्यालय बिंदटोली बूथ संख्या 315 एवं 316 पर मतदाताओं ने अपनी मांगों को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया। बताया जाता है कि चौसा प्रखंड के लौआलगान पूर्वी पंचायत का पौरा टोला एवं बिंदटोली कोशी नदी के धार के बांध पर अवस्थित है और आजादी से लेकर आज तक मूल भूत सुविधा से वंचित है. लोगों की मुख्य मांगे यह थी कि  इस गांव को  किसी भी  मुख्य मार्ग से  नहीं जोड़ा गया है और  गांव के बाहर  कई जगह ग्रामीणों ने  बैनर पोस्टर चिपकाया था  जिस पर लिखा हुआ था  इस गांव में  किसी भी राजनेता को  प्रवेश करना वर्जित है. सड़क नहीं तो वोट नहीं  और इसी बात को लेकर  ग्रामीणों ने आज वोट का बहिष्कार कर दिया.

हालांकि  इस मौके पर अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार  तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी शिल्पी कुमारी  ने लोगों से वार्ता की और आश्वासन दिया कि इस बार शत प्रतिशत सड़क बनेगी.  बाद में अनुमंडल पदाधिकारी जेड हसन  भी लोगों से  वार्ता करने पहुंचे. इस समस्या को कई बार  मधेपुरा टाइम्स पर यहां की जनता की बात को प्रकाशित की गई थी  और इनकी मांगे भी जायज है। काफी जद्दोजहद और अनुमंडल पदाधिकारी के समझाने और जिला पदधिकारी के आश्वासन के बाद लोगों ने 315, 316 पर मतदान प्रारंभ किया।
'सड़क नहीं तो वोट नहीं': आखिर कर ही दिया था वोट बहिष्कार, काफी जद्दोजहद पर माने 'सड़क नहीं तो वोट नहीं': आखिर कर ही दिया था वोट बहिष्कार, काफी जद्दोजहद पर माने Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 23, 2019 Rating: 5

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