मधेपुरा जिले के बिहारीगंज के जेनरल हाट में शनिवार की रात लगी भीषण आग में 25 से अधिक व्यवसायियों की दूकान व सामान जलने से करोड़ों रूपए नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
आग रात्रि के 10:15 बजे लगने की बात सामने आ रहा है। रात्रि होने के कारण आग लगने के कारणों का सही अनुमान नहीं लग पा रहा है। लेकिन आग बुझाने में शामिल लोगों की मानें तो आग की लपटे मनिहारा दूकानदार मो. सकील के दूकान से उठी। लोगों का अनुमान है, उसके दूकान में रखा इनवर्टर व बैट्री बिजली से चार्ज के दौरान उठी चिंनगारी से आग विकराल रूप लिया। इसके अलावे यह भी कहा जा रहा है ,कि मनीहारा सामान जो ज्वलनशील भी होता है,उसके कारण भी आग का फैलाव अधिक हुआ। यह तो गनीमत कहा जाए कि आग की भयंकर लपटे एवं रह रह कर सिलेंडर फटने के बावजूद बिहारीगंज के साहसी युवाओं ने जान हथेली पर रखकर आग को अधिक फैलने से रोका और मौके पर दमकल की आधा दर्जन से अधिक गाड़िया पहुंच कर आग पर काबू पा लिया अन्यथा स्थिति और भयावह होती । आग के कारण जहां मनिहारा व्यवसायी, कपड़ा व्यवसायी, ज्वेलरी, चावल दूकानदारों समेत अन्य को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है। जिसमें मनीहारा दूकानदार मदन दास, सुरेश दास, दिनेश दास, मो.बेचन, मो.शकील, अनिल दास, मो.इसराफिल, जरीना खातून, मोनू खांन, मो.एनूल, कलानंद दास एवं स्वर्णकार अरविन्द कपड़ा दूकानदार बिहारीगंज के सरपंच पति गंगा दास, मोहन गुप्ता, चाय दूकान अनंदी साह समेत अन्य लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
आग से पीड़ित व्यवसायियों को मुआवजा मिलने व न मिलने के बावत पूछने पर उदाकिशुनगंज के एसडीएम एसजेड हसन ने बताया कि सरकारी मुआवजा का नियम दूकानों पर लागू नहीं है। बावजूद चुनाव के बाद वे पूरी रिपोर्ट भेजेंगे और प्रयास करेंगे ताकि लोगों को मुआवजा मिल सके.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
आग रात्रि के 10:15 बजे लगने की बात सामने आ रहा है। रात्रि होने के कारण आग लगने के कारणों का सही अनुमान नहीं लग पा रहा है। लेकिन आग बुझाने में शामिल लोगों की मानें तो आग की लपटे मनिहारा दूकानदार मो. सकील के दूकान से उठी। लोगों का अनुमान है, उसके दूकान में रखा इनवर्टर व बैट्री बिजली से चार्ज के दौरान उठी चिंनगारी से आग विकराल रूप लिया। इसके अलावे यह भी कहा जा रहा है ,कि मनीहारा सामान जो ज्वलनशील भी होता है,उसके कारण भी आग का फैलाव अधिक हुआ। यह तो गनीमत कहा जाए कि आग की भयंकर लपटे एवं रह रह कर सिलेंडर फटने के बावजूद बिहारीगंज के साहसी युवाओं ने जान हथेली पर रखकर आग को अधिक फैलने से रोका और मौके पर दमकल की आधा दर्जन से अधिक गाड़िया पहुंच कर आग पर काबू पा लिया अन्यथा स्थिति और भयावह होती । आग के कारण जहां मनिहारा व्यवसायी, कपड़ा व्यवसायी, ज्वेलरी, चावल दूकानदारों समेत अन्य को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है। जिसमें मनीहारा दूकानदार मदन दास, सुरेश दास, दिनेश दास, मो.बेचन, मो.शकील, अनिल दास, मो.इसराफिल, जरीना खातून, मोनू खांन, मो.एनूल, कलानंद दास एवं स्वर्णकार अरविन्द कपड़ा दूकानदार बिहारीगंज के सरपंच पति गंगा दास, मोहन गुप्ता, चाय दूकान अनंदी साह समेत अन्य लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
आग से पीड़ित व्यवसायियों को मुआवजा मिलने व न मिलने के बावत पूछने पर उदाकिशुनगंज के एसडीएम एसजेड हसन ने बताया कि सरकारी मुआवजा का नियम दूकानों पर लागू नहीं है। बावजूद चुनाव के बाद वे पूरी रिपोर्ट भेजेंगे और प्रयास करेंगे ताकि लोगों को मुआवजा मिल सके.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
बिहारीगंज में भीषण आग के कारणों का सही अनुमान अबतक नहीं, चुनाव के बाद मुआवजे पर विचार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 21, 2019
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