'शराबबंदी के जमाने के जेलर': शराब पीने और महिला कक्षपाल की पिटाई के आरोप में जेलर गिरफ्तार

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय के उपकारा में कार्यरत महिला कक्षपाल सावित्री साव ने उपाधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा पर शराब के नशे में धुत होकर मारपीट करते हुए अभद्रता का आरोप लगाया है। 


घटना रविवार की मध्यरात्रि साढे 12 बजे की बताई जा रही है। इस घटना से गुस्साए जेल में तैनात पुलिसकर्मियों ने सोमवार के अहले सुबह जमकर बवाल काटा। जेल गेट के पास एकत्रित होकर पुलिसकर्मियों ने हंगामा किया। वहीं आरोपी कारा उपाधीक्षक पर कार्रवाई की मांग की। पुलिसकर्मियों की टीम ने एसडीएम एसजेड हसन से मिलकर आवेदन सौंपा। जिसमें कार्रवाई का आग्रह किया। एसडीएम ने उदाकिशुनगंज के अंचलाधिकारी विजय कुमार राय और थानाध्यक्ष जेके सिंह के नेतृत्व में शराब मामले की जांच के लिए टीम गठित की। मेडिकल जांच में कारा उपाधीक्षक के शराब पीने की पुष्टि हुई है। 
वहीं डीएम नवदीप शुक्ला ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उदाकिशुनगंज एसडीएम एसजेड हसन, एसडीपीओ सीपी यादव और उत्पाद अधीक्षक अमृता प्रीतम के नेतृत्व जांच टीम गठित की। टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। कारा उपाधीक्षक पर शराब पीने और महिला कक्षपाल के साथ मारपीट करने के आरोप में दो अलग - अलग प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने आरोपित कारा उपाधीक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस बताया कि मामले में गिरफ्तार कारा उपाधीक्षक को जेल भेजा जाएगा। 

कारा उपाधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा का कहना है कि महिला कक्षपाल सावित्री साव डियूटी के समय मोबाइल से बात कर रही थी। डियूटी के समय पास में मोबाइल रखना जेल नियम के विरुद्ध है। महिला कक्षपाल को उसी समय डियूटी से हटा दिया गया। उसके बाद जेल के कुछ कर्मियों ने उन पर राजनैतिक साजिश रचकर गलत आरोप लगाया। महिला कक्षपाल सावित्री ने बताया कि वह  वाच टावर संख्या एक पर 12 बजे रात्रि से सुबह तीन बजे तक की डियूटी में थे। करीब साढे 12  बजे कारा उपाधीक्षक अचानक उसके पास आए और गाली गलोज देते हुए मारपीट करना शुरू कर दिए। कारा उपाधीक्षक ने उसके साथ अभद्रता की। इस घटना को कई पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों ने देखा। कुछ पुलिस वालो ने बीच बचाव किया। उसके बाद कारा उपाधीक्षक शांत हुए। उन्होंने कहा कि वह मोबाइल पास में नहीं रखे थे। इस बात को लेकर पुलिस कर्मी कारा उपाधीक्षक के खिलाफ हो उठे। 

सोमवार की अहले सुबह पुलिसकर्मियों ने हंगामा शुरू किया। जेल के बाहर घंटो बवाल होता रहा। पुलिस कर्मी आरोपी जेलर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिसकर्मियों ने घटना की सूचना संघीय नेताओं के अलावा वरीय अधिकारी को दूरभाष पर दी। पुलिसकर्मियों की टीम एसडीएम आवास जाकर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। एसडीएम ने सीओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. डीके सिन्हा ने बताया कि कारा उपाधीक्षक के शरीर में 149. 01 एल्कोहल की मात्रा पाई गई। 

अब अंदाजा किया जा सकता है कि कथित सुशासन बाबू के राज में जब सरकारी अधिकारी इस तरह शराब का सेवन कर महिला के साथ दुर्व्यवहार करेंगे तो स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.

उदाकिशुनगंज एसडीएम एस. जेड. हसन ने कहा कि कारा उपाधीक्षक भोला प्रसाद के शराब पीने की पुष्टि हुई। महिला कक्षपाल के मारपीट की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज किया गया। कारा उपाधीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनो आरोप गंभीर है। कारा उपाध्यक्ष के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई रिपोर्ट डीएम को भेजा जा रहा है।
जबकि कारा उपाधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा ने कहा कि मेरे उपर लगे आरोप बेबुनियाद है। महिला कक्षपाल के मोबाइल से बात करने पर रोक लगाने पर हंगामा किया गया। मैने महिला कक्षपाल के मोबाइल को उसी जगह तोड़ दिया।
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
'शराबबंदी के जमाने के जेलर': शराब पीने और महिला कक्षपाल की पिटाई के आरोप में जेलर गिरफ्तार 'शराबबंदी के जमाने के जेलर': शराब पीने और महिला कक्षपाल की पिटाई के आरोप में जेलर गिरफ्तार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 11, 2019 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.