'तनु वेड्स मनु' फिल्म में अपने गीतों से देश भर में अपनी पहचान बनाने वाले बॉलीवुड के गीतकार राजशेखर की झोली में लगातार सफलताएं आती जा रही हैं.
एक बेहद भावुक और मिटटी से लगाव रखने वाले राजशेखर की इस साल भी कई लोकप्रिय गीतों ने उनके प्रशंसकों की संख्याँ में बड़ा इजाफा किया है.
बिहार के मधेपुरा जिले के भेलवा निवासी राजशेखर वर्ष 2019 में भी रिलीज होने वाली करीब सात-आठ फिल्मों के लिए गीत लिख रहे हैं. दीपावली में अपने गाँव आये हुए राजशेखर ने एक बार फिर मधेपुरा टाइम्स स्टूडियो के लिए अपना महत्वपूर्ण समय निकाला और हमसे बातें की.
[इसे भी पढ़ें: सक्सेस स्टोरी: ‘बिहार में बहार हो, नीतीशे कुमार हो’: नीतीश कुमार ने कलम के जादूगर मधेपुरा के गीतकार राजशेखर से पहली मुलाक़ात में पूछा था ‘बिहारे के हैं क्या?”]
प्रशंसकों की बढ़ती संख्याँ पर राजशेखर का मानना है कि सबसे ज्यादा डर उन्हें प्रशंसकों से ही लगता है. ये प्रशंसक ही हैं जिनका प्यार मिलता है तो उन्हीं से आपको खारिज होने का भी डर रहता है. मैं बेहद शुक्रगुजार हूँ उनका जो वे मेरे गानों को पसंद करते हैं. वे बताते हैं कि 2019 उनके लिए उम्मीदों का साल होगा.
[इसे भी पढ़ें: सक्सेस स्टोरी: बचपन में चाचा के आलमीरा से नागार्जुन की किताब चुरा कर पढ़ने और ‘बिहार में बहार हो’ गीत लिखने वाले गीतकार राजशेखर के मधेपुरा से बॉलीवुड तक की जिन्दगी रही उतार-चढ़ाव से भरी ]
गीतों के अलावे खूबसूरत कवितायें लिखने वाले राजशेखर ने मधेपुरा टाइम्स के पाठकों को छठ की शुभकामनाएं देते छठ पर लिखी एक अपनी कविता भी सुनाई और कहा कि जिनका सूरज आज मलिन है, कल चमकेगा.
राजशेखर से बातचीत और उनकी छठ की कविता का वीडियो देखें, यहाँ क्लिक करें.
(Report: R.K. Singh)
एक बेहद भावुक और मिटटी से लगाव रखने वाले राजशेखर की इस साल भी कई लोकप्रिय गीतों ने उनके प्रशंसकों की संख्याँ में बड़ा इजाफा किया है.
बिहार के मधेपुरा जिले के भेलवा निवासी राजशेखर वर्ष 2019 में भी रिलीज होने वाली करीब सात-आठ फिल्मों के लिए गीत लिख रहे हैं. दीपावली में अपने गाँव आये हुए राजशेखर ने एक बार फिर मधेपुरा टाइम्स स्टूडियो के लिए अपना महत्वपूर्ण समय निकाला और हमसे बातें की.
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प्रशंसकों की बढ़ती संख्याँ पर राजशेखर का मानना है कि सबसे ज्यादा डर उन्हें प्रशंसकों से ही लगता है. ये प्रशंसक ही हैं जिनका प्यार मिलता है तो उन्हीं से आपको खारिज होने का भी डर रहता है. मैं बेहद शुक्रगुजार हूँ उनका जो वे मेरे गानों को पसंद करते हैं. वे बताते हैं कि 2019 उनके लिए उम्मीदों का साल होगा.
[इसे भी पढ़ें: सक्सेस स्टोरी: बचपन में चाचा के आलमीरा से नागार्जुन की किताब चुरा कर पढ़ने और ‘बिहार में बहार हो’ गीत लिखने वाले गीतकार राजशेखर के मधेपुरा से बॉलीवुड तक की जिन्दगी रही उतार-चढ़ाव से भरी ]
मधेपुरा टाइम्स ने किया राजशेखर को सम्मानित |
राजशेखर से बातचीत और उनकी छठ की कविता का वीडियो देखें, यहाँ क्लिक करें.
(Report: R.K. Singh)
'सबसे ज्यादा डर प्रशंसकों से ही लगता है': राजशेखर (मधेपुरा टाइम्स स्टूडियो में)
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 09, 2018
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